Awaaz24x7-government

उत्तराखण्डः CryptoPromarkets विज्ञापन के जरिए निवेशक फंसा, लगातार ठगी का शिकार हुआ, एसटीएफ ने मामले का किया खुलासा

Uttarakhand: Investor trapped through CryptoPromarkets advertisement, became victim of continuous fraud, STF disclosed the case

देहरादून। उत्तराखण्ड एसटीएफ को एक बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ की साइबर क्राइम टीम ने करोड़ों की साइबर ठगी का खुलासा करते हुए दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में अपराधियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। पुलिस के मुताबिक अपराधियों ने पीड़ित को निवेश करवाकर मोटा लाभ कमाने का लालच देकर 65 लाख रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी की थी। साइबर धोखाधड़ी के लिये फर्जी एनजी ट्रेडर्स नाम की कंपनी बनाकर फर्जी बैंक खाते खुलवाए गए और कंपनी के नाम पर ही कई सीयूजी नंबरों का प्रयोग किया गया। इसके साथ ही गिरफ्तार अभियुक्तों का विदेशों में बैठे साइबर अपराधियों से संपर्क में होना और देश भर के विभिन्न बैंकों में 18 से 20 करंट बैंक खातों का होना भी प्रकाश में आया है। इस मामले में पुलिस ने पुलिस ने 34 वर्षीय नितिन गौर पुत्र शीतल प्रसाद गौर निवासी नोएडा और 29 वर्षीय निक्कू बाबू पुत्र कैलाश बाबू निवासी नोएडा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फेसबुक पर "CryptoPromarkets" नाम से लिंक व विज्ञापन प्रसारित किया और उसमें निवेश से अत्यधिक लाभ मिलने का लालच दिया गया। वादी को उक्त लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया गया, जिससे उसे यह विश्वास दिलाया गया कि यह एक वैध और अधिकृत इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म है। अज्ञात व्यक्तियों ने स्वयं को प्रिया, रमेश कुमार, शरद वोहरा, विक्की मल्होत्रा के रूप में प्रस्तुत किया और विभिन्न मोबाइल नंबरों और ई-मेल आईडी से वादी से संपर्क किया। उन्होंने खुद को निवेश कंपनी के अधिकृत अधिकारी व कर्मचारी बताकर पीड़ित का विश्वास जीता। अभियुक्तों ने उसे निवेश पर मोटा लाभ मिलने का लालच देकर लगातार पैसे निवेश करने के लिए प्रलोभित किया और झांसे में लेकर सात जुलाई 2025 से  29 जुलाई 2025 के बीच विभिन्न बैंक खातों में कुल 66,21,000 रुपये जमा करवाए। निवेश की राशि हड़पने के बाद अभियुक्तों ने लाभांश देने से इंकार कर दिया। संपर्क से बचने लगे, जिससे पीड़ित को ठगी का शक हुआ।