उत्तराखंड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव:अध्यक्ष पद पर 4 प्रत्याशी मैदान में,आज उम्मीदवारों ने पेशे की दिक्कतों के समाधान के लिए रखे अपने विज़न
उत्तराखंड हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की चुनाव कार्यकारिणी ने वर्ष 2025–26 के लिए होने वाले चुनावों की तैयारियां पूरी कर ली हैं। 15 दिसंबर को आयोजित होने वाले इस महत्वपूर्ण चुनाव से पहले आज हाईकोर्ट बार भवन के सभागार में आम सभा आयोजित की गई, जिसमें सभी पदों के उम्मीदवारों ने अधिवक्ताओं से सीधा संवाद किया। आगामी कार्यकारिणी के चुनावों को लेकर अधिवक्ताओं के बीच खासा उत्साह देखा जा रहा है।
आम सभा के दौरान अध्यक्ष और महासचिव पद के उम्मीदवारों ने अधिवक्ताओं के समक्ष अपने विचार, प्राथमिकताएँ और चुनावी घोषणाएँ साझा कीं। उन्होंने अधिवक्ताओं के पेशे में आ रही विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा करते हुए उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने का भरोसा दिलाया। उम्मीदवारों ने कहा कि हाईकोर्ट में कार्यरत अधिवक्ताओं की पेशेवर समस्याओं का समाधान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मैदान में उतरे डी.सी.एस. रावत, डी.के. जोशी, मनीषा भंडारी और अंजली भार्गव ने एक स्वर में कहा कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय में रोस्टर प्रणाली को सुचारू और व्यवस्थित रूप से लागू कराना उनकी पहली जिम्मेदारी होगी। उनका कहना था कि स्पष्ट और पारदर्शी रोस्टर प्रणाली से न केवल अधिवक्ताओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि न्यायिक प्रक्रियाओं की गति भी तेज होगी। इसके साथ ही उम्मीदवारों ने अधिवक्ताओं के चैम्बर को अधिक सुविधायुक्त बनाने, आवश्यक आधारभूत ढांचा सुधारने और जूनियर अधिवक्ताओं को स्टाइपेंड (स्टाई फंड) की व्यवस्था सुनिश्चित करने का वादा किया। उन्होंने यह भी कहा कि 65 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ अधिवक्ताओं को झारखंड की तर्ज पर पेंशन सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। यह कदम न केवल वरिष्ठ अधिवक्ताओं को सम्मान देगा, बल्कि उनके जीवन-निर्वाह में भी महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करेगा। चुनावों को लेकर हाईकोर्ट परिसर में उत्साह और चर्चा का माहौल बना हुआ है। अधिवक्ताओं को उम्मीद है कि नई कार्यकारिणी न्यायिक व्यवस्था और अधिवक्ता समुदाय के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सकारात्मक बदलाव लाएगी। 15 दिसंबर को होने वाला यह चुनाव आने वाले एक वर्ष के लिए बार एसोसिएशन की दिशा तय करेगा।