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उत्तराखण्डः चमोली के पंती क्षेत्र में फटा बादल! मूसलाधार बारिश से हर तरफ मची तबाही, दहशत में ग्रामीण

 Uttarakhand: Cloud burst in Panti area of ​​Chamoli! Torrential rain caused devastation everywhere, villagers in panic

चमोली। उत्तराखण्ड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब कहर बरपाने लगी है। बारिश और भूस्खलन के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। देर रात लगभग दस बजे पंती क्षेत्र के रठिया के ऊपर जंगल में बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस दौरान रठिया मल्ला, जखवालकोट और पंती क्षेत्र में लोगों की खड़ी फसलों के खेत बड़ी संख्या में बहकर जमींदोज हो गये। यहीं नहीं बादल फटने से रठिया, पाली, बिरमालगांव आदि गांवों की पेयजल लाइन भी बहने से पानी की आपूर्ति भी ध्वस्त हो गई है। इस क्षेत्र में गांवों को जोड़ने वाले दो पुलिया भी बादल फटने की भेंट चढ़ गए हैं। कल देर रात हुई बादल फटने की घटना में पंती क्षेत्र में लोगों के घरों में मलबा आ गया। इस दौरान एक भैंस भी गोशाला में मलबे में दब गई, जिसे गंभीर चोटें आई हैं। यहीं पर कुंवर टैंट हाउस के गोदाम के बाहर रखा 7 केजी का जैनरेटर भी बह गया है। बादल फटने से आए पानी और बड़े-बड़े बोल्डरों, मलबे से पंती क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित, कृषि भूमि और लोगों की दुकानों में भी मलबा आ गया, जिसमें उनके सामाग्रियों को भी भारी क्षति हुई है। वहीं उत्तराखंड पावर कारपोरेशन का उप वितरण खंड के परिसर में भी मलबा घुस गया। इस दौरान वितरण खंड का स्विचयार्ड, सुरक्षा रेलिंग और बाहर रखे कई ट्रांसफार्मर, मीटरों की पेटियां, विजल वायर मलबे से दबकर तबाह हो गए। घटना की जानकारी पर नारायणबगड़ आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहा। इस बीच प्रशासन के लोग भी मौजूद रहे। घटना से पंती हंसकोटी मोटर मार्ग भी लगभग पांच सौ मीटर पूरी तरह वाश आउट होकर रह गई, जिससे क्षेत्र की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। इस कारण प्रशासन को भी ऊपरी गांवों में जाने के लिए काफी पैदल चलना पड़ रहा है। बताते चलें कि इस क्षेत्र में यह तीसरी बार बादल फटने की घटना हुई है। 2022 में भी बादल फटने की बड़ी घटना हुई थी तब भी बहुत नुकसान हुआ था।