ट्रेन हाईजैक का मामलाः तो क्या झूठ बोल रही है पाकिस्तानी सेना? बलूच आर्मी ने दी चुनौती! बंधकों को रिहा करवाया तो दिखाओ तस्वीरें

नई दिल्ली। पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक मामले में बलूच लिबेरशन आर्मी यानि बीएलए ने बड़ा दावा किया है। बलूच आमी के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने कोई लड़ाई नहीं जीती है और अभी भी पाकिस्तानी सेना के 100 से ज्यादा जवान उसके कब्जे में हैं। इसको लेकर बलूच लिबेरशन आर्मी ने एक प्रेस रिलीज भी जारी किया है। इसमें पाकिस्तानी सेना को चुनौती दी गई है कि अगर वाकई पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को रिहा करवा लिया है तो वो उन बंधकों की तस्वीर क्यों जारी नहीं कर रही है। बलूच लिबेरशन आर्मी के दावे के बाद पाकिस्तानी सेना की पोल खुल रही है, जिसने कल देर रात ऑपरेशन खत्म होने का दावा किया था। लेकिन पाकिस्तानी सेना ने एक भी बंधक का अभी तक फोटो जारी नहीं किया है। एक्सपर्ट्स पहले से ही पाकिस्तानी सेना के दावे पर सवाल उठा रहे थे। बलूच लिबेरशन आर्मी की तरफ से जारी स्टेटमेंट में कहा गया है कि कि बलूचिस्तान के बोलन में ऑपरेशन खत्म करने का पाकिस्तान आईएसपीआर का दावा झूठ है और लड़ाई जारी है। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक मारे गए 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों के नाम और तस्वीरें सार्वजनिक रूप से शेयर नहीं की हैं। 33 बलूच लड़ाकों के नाम या तस्वीरें भी जारी नहीं की गई हैं। पाकिस्तानी सेना की सैनिकों की हताहतों की संख्या छिपाने की परंपरा जारी है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया को आईएसपीआर की बातों पर आंख मूंदकर भरोसा करने के बजाय जांच करने की जरूरत है।
पाकिस्तान की सेना क्या झूठ बोल रही है?
पाकिस्तान की सेना ने दावा किया है ऑपरेशन खत्म हो गया है और बंधक बनाए गये सभी 155 यात्री बचा लिए गये हैं। सेना का दावा है कि बलोच विद्रोहियों में से 27 मारे गए हैं। लेकिन बलूच विद्रोहियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान की सेना झूठ बोल रही है। बीएलए का दावा है कि 154 जवान अभी भी बंधक हैं और सभी के सभी उनके कब्जे में है। लिहाजा सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या पाकिस्तानी सेना अपना चेहरा बचाने के लिए झूठ बोल रही है? पाकिस्तान रेलवे के अधिकारियों ने बताया है कि जाफर एक्सप्रेस में करीब 750 यात्रियों ने टिकट बुक कराई थी। लेकिन क्वेटा से ट्रेन लगभग 450 लोगों के साथ रवाना हुई। सूत्रों के मुताबिक, 200 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी भी उसी ट्रेन में सफर कर रहे थे।