दहशतः तो क्या वाकई म्यूजियम से गायब हो गयी ‘भूतिया डॉल एनाबेल’! इंटरनेट पर मचा तहलका, जानें क्या है पूरी कहानी?

नई दिल्ली। सोशल मीडिया की उस खबर ने लुइसियाना में अफरा-तफरा मचा दी, जिसमें विश्व प्रसिद्ध ‘हॉन्टेड’ एनाबेल डॉल के अचानक गायब होने की बात कही गयी। हांलाकि तमाम मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे अफवाह बताया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक तौर पर ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि ‘हॉरर डॉल’ गायब हुई है या नहीं? बता दें कि ‘कॉनज्यूरिंग’ यूनिवर्स की इस डरावनी गुड़िया को लेकर पहले भी कई किस्से और डरावनी कहानियां सुर्खियों में रह चुकी हैं। लेकिन अब उसके अचानक ‘लापता’ होने की खबरों ने एक बार फिर लोगों की सांसें थाम दी हैं। इंटरनेट पर यह चर्चा तेजी से फैलने लगी कि लुइसियाना में एनाबेल डॉल को रखने वाले संग्रहालय से यह डॉल रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई है। इस खबर के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है, जबकि कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स इस घटना को मज़ाक में ले रहे हैं, तो कई इसे एक अपशकुन मान रहे हैं। हालांकि अधिकारियों ने फिलहाल किसी भी तरह की पुष्टि नहीं की है कि डॉल सच में गायब हुई है या यह केवल अफवाह है। फिर भी इंटरनेट पर इस ‘भूतिया’ खबर ने तहलका मचा दिया है।
कौन है एनाबेल डॉल और क्यों है इतनी फेमस?
कहा जाता है कि एनाबेल कोई साधारण गुड़िया नहीं है। यह रैगेडी ऐन नाम के एक लोकप्रिय कॉर्टून कैरेक्टर जैसी दिखने वाली एक विंटेज डॉल है, जिसे 1970 में एक नर्सिंग छात्रा डोना को उसकी मां ने तोहफे में दिया था। डोना और उसकी रूममेट एंजी ने जल्द ही गुड़िया के साथ अजीबोगरीब घंटनाओं का अनुभव करना शुरू कर दिया, जैसे गुड़िया का खुद से कमरे में अपनी जगह बदलना, छोटे-छोटे संदेश छोड़ना और कभी-कभी खून जैसे धब्बे दिखाना। कहा जाता है कि जब स्थिति असहनीय हो गयी तो उन्होंने पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर एड और लोरेन वॉरेन से संपर्क किया। वॉरेन दंपत्ति ने जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि गुड़िया किसी आत्मा से नहीं, बल्कि एक शैतानी शक्ति से ग्रस्त है। उन्होंने गुड़िया को अपने कब्जे में ले लिया और उसे अपने ‘ऑकल्ट म्यूजियम’ में एक विशेष रूप से निर्मित कांच के बक्से में सुरक्षित रखा, जिसके बाहर चेतावनी लिखी थी कि इसे छुआ न जाए। एनाबेल डॉल को प्रसिद्धि तब मिली जब वॉरेन दंपत्ति ने अपनी जांचों और अनुभवों को सार्वजनिक करना शुरू किया। उनकी कहानियों और इस ‘प्रेतवाधित’ गुड़िया के इर्द-गिर्द बुनी गई वास्तविक घटनाओं ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खौफ का प्रतीक बना दिया।
एनाबेल डॉल पर बनीं फिल्में
एनाबेल डॉल की कहानी पर हॉलीवुड में कई सफल हॉरर फिल्में बनी हुई हैं, जो ‘द कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स’ का हिस्सा हैं।
1-एनाबेलः यह पहली फिल्म थी जो सीधे तौर पर इस गुड़िया की उत्पत्ति और उसके शुरूआती आतंक पर केंद्रित थी।
2- एनाबेलः क्रिएशनः यह फिल्म एनाबेल के निर्माता और उस भयावह घटना की पड़ताल करती है, जिसके कारण गुड़िया में बुराई का वास हुआ।
3- एनाबेल कम्स होमः इस फिल्म में एनाबेल को वॉरेन के म्यूजियम से भागते हुए दिखाया गया है, जो म्यूजियम में मौजूद अन्य भूतों को सक्रिय कर देती है। ये फिल्में एनाबेल की खौफनाक कहानियों को बड़े पर्दे पर लेकर आई, जिससे इसकी प्रसिद्धि और भी बढ़ गयी।
क्या वाकई यह भूतिया है?
क्या एनाबेल डॉल वाकई भूतिया है? यह सवाल हमेशा बहस का विषय रहा है। विज्ञान और तर्कवादी इसे केवल एक पुरानी गुड़िया और मनोवैज्ञानिक प्रभाव मानते हैं, जबकि पैरानॉर्मल में विश्वास रखने वाले लोग और वॉरेन दंपत्ति के अनुयायी इसे एक वास्तविक शैतानी शक्ति से ग्रस्त मानते हैं। वॉरेन दंपत्ति का दावा था कि इस गुड़िया ने कई लोगों को नुकसान पहुंचाया है और इसे एक जगह पर बंद रखना ही सुरक्षित है। एनाबेल डॉल की ‘सच्चाई’ विश्वास और तर्क के बीच कहीं ठहरती है। भौतिक रूप से यह एक पुरानी कपड़े की गुड़िया है। लेकिन इसके साथ जुड़ी कहानियां, एड और लोरेन वॉरेन जैसे सम्मानित पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर के दावे और इस पर बनी सफल हॉरर फिल्में, इसे एक सांस्कृतिक आइकन बना चुकी हैं। यह लोगों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या अज्ञात शक्तियां वाकई मौजूद हैं। अब चाहे लोग इसे सच मानें या सिर्फ एक कहानी, एनाबेल डॉल ने निश्चित रूप से लोगों के दिमाग में एक गहरी छाप छोड़ी है और हॉरर जॉनर में अपनी एक अमर जगह बना ली है।