बड़ी खबरः यूक्रेन के ड्रोन हमले से आग बबूला हुए राष्ट्रपति पुतिन! बोले- सूर्य के तापमान तक पहुंचने वाले ‘वारहेड’ से करेंगे अटैक, सबकुछ हो जाएगा राख

Big news: President Putin got furious with the drone attack in Ukraine! He said- We will attack with a 'warhead' that can reach the temperature of the sun, everything will turn into ashes

नई दिल्ली। यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन का पहला बयान सामने आया है। पुतिन ने कहा है कि हम यूक्रेन पर ऐसे वारहेड से जवाबी हमला करेंगे, जिनकी गर्मी सूर्य के तापमान तक पहुंच जाती है। पुतिन ने कहा कि ‘हमारे ओरेशनिक वारहेड्स सूर्य के तापमान तक पहुंचते हैं! यह बेहद विनाशकारी होते हैं। जाहिर है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमले के लिए ओरेशनिक वारहेड्स का इस्तेमाल करता है तो भयानक तबाही मच सकती है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को खतरनाक तीखी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि रूस अब लक्ष्य चुन रहा है और यह लक्ष्य यूक्रेन की सीमाओं से भी परे हो सकते हैं। उनके इस बयान को पश्चिमी सहयोगियों और विशेषकर अमेरिका और नाटो के लिए एक सीधी धमकी माना जा रहा है। पुतिन ने ओरेशनिक वारहेड्स से हमला करने की धमकी दी है।

क्या हैं "ओरेशनिक वारहेड्स"

ओरेशनिक वारहेड्स रूस की हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं। इनमें Avangard Hypersonic Glide Vehicle और Kinzhal (Dagger) Hypersonic Missile शामिल है। जो कि किसी भी देश के मौजूदा एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देकर बेहद तेज़ और सटीक हमले करने में सक्षम हैं। यह ध्वनि की गति से 5 गुना अधिक तेज चलते हैं। पुतिन ने दावा किया कि रूस के पास ऐसे "ओरेशनिक वारहेड्स" हैं जो 3 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से उड़ते हैं और टारगेट पर गिरते समय उनका तापमान 4000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। जोकि लगभग सूर्य की सतह के तापमान के बराबर है। यह रूस के अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइल वॉरहेड्स हैं। यह महाविनाश और भयानक तबाही लाने के लिए जाने जाते हैं। पुतिन ने कहा, "4000 डिग्री सेल्सियस की ऊर्जा से सब कुछ राख बन जाता है। यह सिर्फ सैन्य चेतावनी नहीं, यह वास्तविकता है। हम अब लक्ष्य चुन रहे हैं।" 

"यूक्रेन से परे निशाना" का मतलब पश्चिमी देश!
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस जवाबी हमले के दौरान यूक्रेन से परे भी निशाना लगा सकता है। उनके इस बयान से साफ संकेत है कि रूस केवल यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगा। जरूरत पड़ी तो वह पश्चिमी देश, विशेषकर अमेरिका और नाटो पर भी हमला कर सकता है, जो यूक्रेन को लगातार सैन्य मदद दे रहे हैं। नाटो और अमेरिकी हथियारों के दम पर ही यूक्रेन रूसी सीमाओं पर उसके अंदर तक हमला करने में सक्षम हो गया है। इसलिए रूस अपने जवाबी हमले को और भी व्यापक बना सकता है।

"ज़ेलेंस्की को पछताना पड़ेगा" – कठोर भाषा में हमला
पुतिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की को "पश्चिम की कठपुतली" करार दिया और चेतावनी दी कि रूस की प्रतिक्रिया "निर्दयी" (Ruthless) होगी। पुतिन ने कहा कि "ज़ेलेंस्की और उसके पश्चिमी आका जल्द ही पछताएंगे। हमने काफी सहन कर लिया है। अब रूस चुप नहीं बैठेगा।"