पौड़ी के रांसी स्टेडियम में सिरिंज और संदिग्ध दवाइयों के रैपर मिलने से हड़कंप! खिलाड़ियों को जारी की गई सख्त चेतावनी

उत्तराखंड के पौड़ी स्थित रांसी स्टेडियम जो कि एशिया का दूसरा सबसे ऊंचाई पर स्थित हाई एल्टीट्यूड स्टेडियम के रूप में विख्यात है, देशभर के एथलीट्स के लिए एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र बना हुआ है। यहां विभिन्न राज्यों से खिलाड़ी आकर एथलेटिक्स के विभिन्न खेलों का अभ्यास करते हैं, जिससे वो राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर देश का गौरव बढ़ा सकें। हाल ही में खेल विभाग, पौड़ी गढ़वाल को यह शिकायत प्राप्त हुई कि बाहरी राज्यों से आए कुछ खिलाड़ियों द्वारा अभ्यास के दौरान प्रतिबंधित दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है।
दरअसल पौड़ी के रांसी स्टेडियम में प्रतिदिन उत्तराखंड सहित विभिन्न राज्यों से खिलाड़ी सुबह-शाम अभ्यास करते हैं। हाल ही में रांसी स्टेडियम के पुरुष शौचालय में कुछ संदिग्ध दवाएं और सिरिंज बरामद की गई हैं. इससे यह आशंका जताई जा रही है कि स्टेडियम में आने वाले कुछ बाहरी राज्यों के खिलाड़ी प्रतिबंधित दवाओं का प्रयोग कर रहे हैं। यह मामला सामने आने के बाद इस गंभीर मामले को ध्यान में रखते हुए, खेल विभाग द्वारा त्वरित निरीक्षण अभियान चलाया गया। वही इस मामले में जिला क्रीड़ा अधिकारी की अगुवाई में खेल विभाग द्वारा स्टेडियम का निरीक्षण किया गया। खिलाड़ियों के साथ बैठक कर उन्हें दिशा-निर्देश जारी किए गए। स्टेडियम परिसर में मौजूद सभी खिलाड़ियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए। खेल अधिकारियों ने सभी एथलीट्स को सूचित किया है कि यदि कोई भी खिलाड़ी प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करता हुआ पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई में निलंबन, स्टेडियम से निष्कासन एवं संबंधित राज्य खेल परिषद को सूचना देना शामिल होगा।
खेल विभाग का यह कदम रांसी स्टेडियम की प्रतिष्ठा बनाए रखने एवं खेल भावना को संरक्षित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। सभी खिलाड़ियों से आग्रह किया गया है कि वो नैतिक और स्वच्छ खेल मूल्यों के साथ अभ्यास करें और स्टेडियम के अनुशासन का पूरी तरह पालन करें। डुकलान ने कहा कि बाहरी राज्यों से आए सभी खिलाड़ियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि यदि भविष्य में किसी भी खिलाड़ी को प्रतिबंधित दवा या नशीले पदार्थों का प्रयोग करते हुए पाया गया, तो उसके विरुद्ध तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इन कार्रवाइयों में स्टेडियम में प्रवेश पर प्रतिबंध, संबंधित राज्य को रिपोर्टिंग एवं अन्य वैधानिक प्रक्रियाएं शामिल होंगी, जिससे खिलाड़ी का करियर प्रभावित हो सकता है खेल विभाग ने सभी एथलीट्स से अपील की है कि वे खेल की मर्यादा बनाए रखें, ईमानदारी से मेहनत करें और 'डोप-मुक्त' वातावरण में प्रशिक्षण लें। वहीं, प्रभारी क्रीड़ा अधिकारी संदीप डुकलान ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशों के बाद आगे कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पौड़ी के रांसी स्टेडियम में वर्तमान समय में उत्तराखंड से 30 से 40 खिलाड़ी अभ्यास करने के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं। बाहरी राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से 150 से 180 खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। दिसम्बर 2024 में रांसी स्टेडियम में नेशनल खिलाड़ियों के साथ ही 60 खिलाड़ी 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए जमकर पसीना बहाकर गए थे। 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर 60 खिलाड़ियों में पुरुष और महिला एथलीट शामिल थे। इसके अलावा पुरुष वर्ग के शॉट पुट, हैमर थ्रो व हाईजंप, जैवलिन थ्रो और लांग जंप के खिलाड़ी आए थे। महिला वर्ग में जैवलिन थ्रो, हैमर थ्रो, हाईजंप में लांग जंप की खिलाड़ी शामिल थीं। गौरतलब है कि 28 जनवरी 2025 से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स आयोजित हुए थे। इस दौरान डोपिंग को लेकर सख्त माहौल बनाया गया था। लेकिन ऐसी आशंका है कि कुछ खिलाड़ियों ने प्रतिबंधित ड्रग्स का इस्तेमाल किया है। हालांकि पौड़ी गढ़वाल के रांसी स्टेडियम में मिली दवाइयों की अभी पूरी तरह जांच नहीं हुई है, लेकिन ऐसी आशंका है कि ये भी प्रदर्शन में सुधार करने वाली दवाइयां हो सकती हैं।