किच्छा चीनी मिल में पेराई सत्र शुरू, गन्ना लेकर आए किसान को किया गया सम्मानित
ऊधम सिंह नगर के किच्छा चीनी मिल में आज से पेराई शुरू हो गई है। गन्ना समिति के उपाध्यक्ष मनजीत सिंह और पूर्व विधायक राजेश शुक्ला समेत तमाम अधिकारियों ने मिल कर कन्वेयर में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया। इस दौरान गन्ने की पहली ट्रॉली लेकर पहुंचे किसान को सम्मानित भी किया गया।
बता दें कि किच्छा चीनी मिल में रविवार यानी 16 नवंबर से पेराई सत्र का शुभारंभ हो गया है। शुभारंभ मौके पर पहली ट्रॉली लेकर पहुंचे किसान नरेंद्र बागवानी को पदाधिकारियों ने अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया. पदाधिकारियों ने कहा कि किसानों की मेहनत ही चीनी उद्योग की रीढ़ है। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि किच्छा चीनी मिल क्षेत्र के हजारों किसानों की आजीविका का आधार है। इस साल करीब 6.5 करोड़ रुपए की लागत से मिल का रिनोवेशन किया गया है। करीब 6 करोड़ रुपए की नई टरबाइन स्थापित की गई है, जिससे उत्पादन क्षमता और दक्षता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। पिछले साल नए बॉयलर लगाए गए थे और अब मशीनरी पूरी तरह से अपडेट हो चुकी है। इससे पेराई सत्र निर्बाध, व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित होगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा ने लगातार गन्ना किसानों के हित में काम कर रहे हैं। पिछली पेराई सत्र के समाप्त होते ही प्राथमिकता देकर गन्ना किसानों को शत प्रतिशत भुगतान किया गया, जो ऐतिहासिक कदम और प्रशंसनीय था। सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है और यही वजह है कि आज किसान संतोष के साथ अपनी फसल मिल में ला रहे हैं। वहीं, दर्जा राज्य मंत्री एवं उपाध्यक्ष गन्ना समिति मनजीत सिंह ने कहा कि किच्छा चीनी मिल सिर्फ एक उद्योग नहीं बल्कि, किसान परिवारों की आर्थिक धुरी है। मिल की नई मशीनरी एवं रिनोवेशन से न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों को समय पर पेराई और भुगतान की बेहतर सुविधा भी मिलेगी। सरकार और समिति लगातार प्रयासरत है कि किसानों को हर स्तर पर लाभ पहुंच सके। आने वाले समय में गन्ना किसानों के कल्याण के लिए और भी कई योजनाएं लागू की जाएगी। गन्ना समिति किसानों के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म की तरह काम कर रही है। पेराई सत्र के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तत्काल समाधान भी किया जा रहा है। वहीं अधिशासी निदेशक एपी बाजपेई ने कहा कि इस साल मिल में हुए रिनोवेशन और नई मशीनरी की स्थापना के बाद पेराई सत्र पूरी तरह सुचारू रूप से चलेगा। मिल प्रशासन ने किसानों की सुविधा के लिए तौल, भुगतान और ट्रॉली व्यवस्था को और बेहतर बनाया है. लक्ष्य है कि बिना किसी बाधा के सुरक्षित व सफल पेराई सत्र पूरा किया जाए।