बात पक्षियों कीः उत्तराखण्ड में आया नया विदेशी मेहमान! वाइल्डलाइफ बर्ड्स फोटोग्राफर किरन बिष्ट ने कैमरे किया कैद, पहली बार दिखा ‘चाइनीज पौंड होरॉन’
नैनीताल/रामनगर। इन दिनों उत्तराखंड में बर्ड्स माइग्रेट सीजन रहता है। दूसरे स्थानों से तरह-तरह के पक्षी कुछ समय के लिए यहां आते हैं। इसी क्रम में इन दिनों एक नया विदेशी मेहमान उत्तराखंड आया है, जो पहले कभी भी उत्तराखंड में शायद ही देखा गया हो। ये पक्षी न सिर्फ उत्तराखंड आया है, बल्कि उसने उत्तराखंड के कोटद्वार को अपना ब्रीडिंग प्वाइंट भी बना लिया है। इसका नाम है चाइनीज पौंड होरॉन। आमतौर पर यह पक्षी पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मेघालय, मिजोरम और नगालैंड में दिखता है या फिर राजस्थान में लेकिन उत्तराखंड में यह पहली बार आया है। इस खूबसूरत पक्षी की शानदार तस्वीरों को उत्तराखंड की वाइल्डलाइफ बर्डस फोटोग्राफर और बर्ड गाइड किरन बिष्ट ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और वो पहली फोटोग्राफर बन गई, जिसने उत्तराखंड में पहली बार आए इस मेहमान की पहली तस्वीरें ली है। किरण बताती हैं कि जब उन्होंने इस पक्षी की तस्वीरें खींची तब उन्हें इसका नाम ठीक से नहीं पता था। उन्होंने सीनियर बर्ड एक्सपर्ट्स से पूछा तब सभी ने बताया कि उत्तराखंड में यह पहली बार देखा गया है। इसके अलावा किरन ने इंटरनेशनल बर्ड डेटाबेस चेक किया था, जिसके बाद ये कन्फर्म हो गया कि ये अनोखा पक्षी चाइनीज पौंड होरॉन है। किरण बताती हैं कि बर्ड वॉचर्स की गाइड बुक्स जैसे डमतसपद ।चच और म् ठपतक जैसे एप्स में भी उन्होंने री चेक किया कि क्या ये पक्षी पहले भी कभी उत्तराखंड आया, लेकिन उत्तराखंड में इस पक्षी के आने-जाने या होने के कोई प्रमाण नहीं मिले। इसका मतलब है कि पहली बार यह पक्षी उत्तराखंड आए है और इस सीजन में यहां ये ब्रीडिंग भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीती 14 मई को लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार क्षेत्र में ये चाइनीज पौंड हेरॉन दिखाई दिए। किरन ने बताया कि वो हर रोज सुबह-शाम करीब डेढ़ से दो घंटे बर्ड वॉचिंग के लिए जाती हैं। उन्हें हाल ही में चाइनीज पौंड हेरॉन दिखा। इस समय दक्षिण भारत से कई प्रजातियों के पक्षी कोटद्वार आए हैं, जैसे लॉन्ग टेल ब्रॉड बिल और इंडियन पैराडाइज फ्लाईकैचर।
पक्षी प्रेमियों में खुशी, किरन को दी शुभकानाएं
बता दें कि किरण बिष्ट उत्तराखंड के एक मध्यम वर्गीय परिवार से आती है। शादीशुदा होने के साथ-साथ एक बेटे की मां भी हैं। बर्ड फोटोग्राफी व बर्ड गाइड एक ऐसा क्षेत्र है जहां आपको काफी समय देना होता है। ज्यादातर समय फील्ड में जंगलों व गाड़ गधेरों में बिताना होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि परिंदों की दुनिया मैं हर परिंदे का एक विशेष परिवेश होता है, जहां वो पाया जाता है। ऐसे में परिवार की सभी जिम्मेदारियों को निभाते हुए, अपने जुनून को जिंदा रखना और उसे जीना इतना आसान नहीं जितना दिखता है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के हिमांशु तिरूवा ने कहा कि विगत 14 मई को किरण बिष्ट ने उत्तराखंड में आए एक नए मेहमान पक्षी को अपने कैमरे में कैद किया, जो कि उत्तराखंड का पहला रिकॉर्ड है चाइनीज पौंड हेरोन का। कहा कि इससे पक्षी जगत से जुड़े हर व्यक्ति में खुशी का माहौल है। उन्होंने बताया कि ये पक्षी मुख्यतः पूर्वी भारत में पाया जाता है और वह प्रजनन भी करता है। आसाम, भूटान एवं पश्चिम में राजस्थान में भी इसके देखे जाने की पुष्टि हुई है, परंतु इस बार इसने उत्तराखंड के कोटद्वार का रुख करा है। सबसे बड़ी खुशी की बात ये है की ये अपने प्रजनन काल में है यानि प्रजनन के लिए इसने उत्तराखंड का रुख करा है, जो की हर्ष का विषय है। जिससे उत्तराखंड की बर्ड चेकलिस्ट में अब एक और नाम ’चाइनीज पौंड हेरोन जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है ऐसे में हमें नारी सशक्तिकरण को देखते हुए किरण बिष्ट को प्रोत्साहित करना चाहिए, जिससे उनके कार्य की प्रशंशा हो और उनका मनोबल बड़े।