1982 की सुपरहिट फिल्म, जिसमे पाकिस्तानी अभिनेत्री ने किया था काम, फिल्म पर दर्ज हुए थे 34 केस, फिल्म देखने कतारों में लगे रहते थे लोग
मेकर्स अपनी जी तोड़ मेहनत के बाद दर्शकों को एंटरटेन करने के लिए फिल्में लेकर आते है. लेकिन कई फिल्में ऐसी भी होती हैं जिन पर लोग रोक लगाने की मांग करने लगते हैं. 42 साल पहले भी सिनेमाघरों में एक ऐसी फिल्म ने दस्तक दी जिसे रिलीज होने से रोके जाने के लिए खूब विवाद हुआ था. इस फिल्म के निर्देशन की कमान बी आर चोपड़ा ने संभाली थी.
1982 में सिनेमाघरों में एक ऐसी फिल्म ने दस्तक दी, जिसकी रिलीज के दौरान काफी हंगामा हुआ था. जहां आज सोशल मीडिया के दौर में कई फिल्मों को बायकॉट कर दिया जाता है, वही उस दौरान सोशल मीडिया न होने के बाद भी फिल्म की रिलीज पर खूब रोक लगाई गई. रिलीज के दौरान कई रुढ़िवादी मुसलमानों को ना तो इस फिल्म का टाइटल पसंद आया था और ना ही फिल्म की कहानी.
साल 1982 में विवादों के बाद रिलीज हुई वो फिल्म राज बब्बर (Raj Babbar) दीपक पराशर (Deepak Parashar) और सलमा आगा (Salma Agha) की फिल्म ‘निकाह’ (Nikaah) थी. आज भी लोग इस फिल्म को देखना पसंद करते हैं. ट्रिपल तलाक पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन बी आर चोपड़ा ने किया था.
ट्रिपल तलाक पर आधारित इस फिल्म की रिलीज के बाद खूब तहलका मचा था. सलमा आगा, राज बब्बर और दीपक पाराशर स्टारर फिल्म के टाईटल और कहानी ने रुढ़िवादी मुसलमानों की भावनाओं को इतना आहत किया था कि वह सड़कों पर उतर आए थे. इस फिल्म की रिलीज के बाद भी खूब विवाद हुआ था लेकिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए थे.
जहां इस फिल्म को देखने के बाद कई लोगों ने इसका जमकर विरोध किया वहीं, कई लोगों को ये फिल्म, गाने और सितारों की एक्टिंग इतनी पसंद आई थी कि वह इस फिल्म के दीवाने हो गए थे. ये फिल्म लोगों का दिल जीतने में इस कदर कामयाब हुई थी कि फिल्म को देखने के लिए लोगों ने लाइन में लगकर टिकट लिया था. ये फिल्म रिलीज के बाद से ही हाउसफुल रही.
सलमा आगा ने साल 1982 की इस सुपरहिट से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था. करियर की पहली ही फिल्म से वह रातों-रात स्टार बन गई थीं. ये फिल्म उस वक्त इतनी चर्चा में रही थी कि मेकर्स और फिल्म के खिलाफ 34 केस दर्ज हुए थे. बावजूद इसके लोगों ने फिल्म को इतना पसंद किया कि ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी.
खुद निर्माता निर्देशक बी आर चोपड़ा के लिए भी इस फिल्म के जरिए ऐसे सेंसेटिव मुद्दे को उठाना आसान नहीं था. इस फिल्म को रोकने के लिए कई लोगों ने कोर्ट तक के दरवाजे खटखटाए थे. फिल्म के खिलाफ कुछ मुस्लिम संगठनों ने थियेटर्स के बाहर पोस्टर लगाकर, फिल्म न देखने की अपील की. तो कुछ लोगों ने जमकर हंगामा किया कि लोग इस फिल्म को न देखें.
फिल्म में पाकिस्तानी गायिका सलमा आगा, राज बब्बर तथा दीपक पराशर लीड रोल में नजर आए थे. हफ्ते भर में सिनेमाहॉल हाउसफुल हो गए और इस फिल्म को देखने के लिए लोगों के लिए टिकट पाना मुश्किल हो गया था. इसफ फिल्म को लेकर विवाद जितना बढ़ा फिल्म उतनी ही सफल होती गई. उस दौर में 4 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 9 करोड़ की शानदार कीमाई की थी.