साहबः ऐसे कैसे रूकेंगे अपराध, क्या शिकायत बदलने से बदलेंगे हालात? रुद्रपुर में लूटपाट की शिकायत करने चौकी पहुंचा शख्स तो पुलिसकर्मी ने कहा- लूटपाट नहीं गुम होने की रिपोर्ट लिखवाओ
रुद्रपुर। उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं, बावजूद इसके अपराधों को लेकर पुलिसिया तंत्र की लापरवाही समय-समय सामने आ रही है, जिससे अपराधियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। ताजा मामला रुद्रपुर के रम्पुरा चौकी क्षेत्र से सामने आया है, यहां एक टुकटुक चालक का आरोप है कि जब वह मारपीट और लूटपाट की सूचना देने के लिए पुलिस के पास पहुंचा तो चौकी में मौजूद पुलिसकर्मी ने उसपर शिकायत बदलने का दबाव बनाया। थक हारकर पीड़ित कोतवाली पहुंचा और उच्चाधिकारियों को अपनी व्यथा सुनाई।
रुद्रपुर के फुलसुंगा निवासी सुनील सक्सेना के मुताबिक विगत 26 अगस्त 2024 को वह रात्रि के समय रेशमबाड़ी में अपनी टुकटुक से सवारी छोड़ने गया था और रेशमबाड़ी में टंकी के पास उसने सवारियों को छोड़ा। आरोप है कि इसी दौरान मौके पर मौजूद 7-8 अज्ञात लोगों ने उसको घेर लिया और उसके साथ मारपीट करने लगे। पीड़ित के मुताबिक जब उसने बीचबचाव करना चाहा तो उक्त लोगों ने उसके दो मोबाइल फोन और पांच हजार की नगदी लूट ली। यही नहीं पीड़ित का आरोप है कि उक्त लोग उसका टुकटुक भी छीनने का प्रयास करने लगे, तभी उसने शोर मचाया तो वह लोग वहां से फरार हो गए।
सुनील का आरोप है कि इस मामले की शिकायत करने जब वह रम्पुरा चौकी पहुंचा तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने उन्हें रोक लिया और लूटपाट की शिकायत को बदलकर मोबाइल गुम होने की शिकायत करने की बात कही। पीड़ित का कहना है कि जब उसके साथ मारपीट और लूटपाट हुई है तो वह मोबाइल गुम होने की शिकायत क्यों करें। इसके बाद थक हारकर पीड़ित कोतवाली पहुंचा और उच्चाधिकारियों को अपनी व्यथा सुनाई। वहीं इस मामले में एसएसआई अशोक कुमार ने संबंधित चौकी पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अब यहां सवाल ये उठता है कि आखिर पुलिस ने पीड़ित पर ऐसा दबाव क्यों बनाया। क्या शिकायत बदलने से शहर के हालात बदल जायेंगे या फिर अपराधी अपराध करना छोड़ देंगे। सवाल कई हैं और जवाब शायद पुलिस के पास ही हो।