उत्तरकाशी में सनसनीखेज वारदात! धारदार हथियार और डंडों से पीट-पीटकर महिला की हत्या, पति पर लगा आरोप

उत्तरकाशी। उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, यहां मनोरी थाना क्षेत्र के एक गांव में महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप पति पर लगा है और वह फरार बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक मनेरी थाना क्षेत्र के बयाणा गांव में 28 वर्षीय वर्षा की धारदार हथियार और डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप 32 वर्षीय विष्णु चौहान पर लगा है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को बयाणा गांव की एक महिला ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी देवरानी वर्षा बाथरूम में बेहोश पड़ी है। उसका देवर विष्णु यानी वर्षा का पति घर पर मौजूद नहीं है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। अचेत अवस्था में मिली वर्षा को वाहन के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, वहां डॉक्टरों ने वर्षा को मृत घोषित कर दिया। वर्षा के सिर पर गंभीर चोटों के निशान और चुन्नी से गला घोंटने के निशान मिले हैं। थानाध्यक्ष मनोज असवाल ने बताया कि वर्षा के मायके पक्ष से उसके पिता चत्तर सिंह पंवार और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने वर्षा के पति विष्णु चौहान पर हत्या का आरोप लगाते हुए मनेरी थाने में तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने फरार चल रहे आरोपी पति की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार आरोपी विष्णु चौहान नशे का आदी है। वह पहले भी पत्नी वर्षा के साथ मारपीट कर चुका था। लगभग छह महीने पहले भी मारपीट का मामला मनेरी थाने में आया था। उस समय वर्षा अपने दो बच्चों के साथ अपने मायके, नाल्ड गांव चली गई थी। हालांकि जुलाई में हुए पंचायत चुनाव से ठीक पहले दोनों परिवारों के बीच समझौता हुआ था। जिसके बाद वर्षा अपने ससुराल बयाणा वापस आ गई थी, लेकिन शुक्रवार को इतनी बड़ी अनहोनी हो गई।
पिता ने बताई व्यथा, हर किसी को मासूम बच्चों की चिंता
वर्षा के पिता चत्तर सिंह पंवार ने बताया कि उनकी सात बेटियां हैं। उन्होंने अपनी पांचवीं बेटी वर्षा की शादी दस साल पहले विष्णु से की थी। बीच में दोनों में विवाद हुआ था, लेकिन पंचायत चुनाव से पहले मैंने बेटी को यह सोचकर वापस ससुराल भेजा था कि अब सब ठीक हो जाएगा। लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि डेढ़ महीने बाद ही अपनी जवान बेटी का लहूलुहान शव देखना पड़ेगा। बता दें कि वर्षा के दो मासूम बच्चे हैं, जिनकी उम्र सात और छह साल है।