डरावना मंजरः बारिश ने फिर बरपाया कहर! चमोली के पगनो गांव में मची तबाही, आधी रात में जान बचाकर भागे ग्रामीण

चमोली। उत्तराखण्ड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन प्रतिदिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। आलम ये है भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं से लोग दहशत में जी रहे हैं। चमोली जिले के पगनो गांव में गुरूवार देर रात हुई भारी बारिश ने खूब तबाही मचाई। इस दौरान जहां दो गौशाला और चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं घरों के आगे मलबे के ढेर लगे हुए हैं। बारिश का रौद्र रूप देख ग्रामीण रात में जान बचाकर भागे। रात भर ग्रामीण इधर-उधर जान बचाते रहे। यहां रह रहे परिवार खतरे के बीच जिंदगी गुजार रहे हैं। इससे गांव के लोगों में दहशत का माहौल है। गुरुवार देर रात अचानक तेज बारिश हुई और पानी के साथ भारी भरकम मलबा गांव में घुस गया। ग्रामीणों ने बताया कि अब स्थिति यह आ गई है कि बारिश होते ही मलबा गांव में आ रहा है। खेत, खलियान, रास्ते सब मलबे से भरे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दोपहर को तो मलबा आने का पता चल रहा है, लेकिन रात को यदि बारिश होती है तो कोई भी सो नहीं पाता है। बता दें कि तीन साल से पगनो गांव के ऊपर से भूस्खलन हो रहा है। जिससे गांव के 53 परिवारों के उपर खतरा मंडरा रहा है। उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं होने पर कुछ परिवार जोखिम वाले घरों में ही रहने को मजबूर हैं।