माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों में हर शनिवार मनाया जाएगा सुरक्षित शनिवार! बच्चे सीखेंगे बचाव के गुर

राज्य के सभी सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अब बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ आपदाओं से बचाव के तरीके भी सिखाए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रत्येक शनिवार को ‘सुरक्षित शनिवार’ के नाम से विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य योजना निदेशक मयंक बड़बड़े ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। योजना के तहत प्रत्येक स्कूल से एक-एक शिक्षक को आपदा प्रबंधन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिन्हें ‘फोकल शिक्षक’ कहा जाएगा। ये शिक्षक अपने स्कूलों में बच्चों को आपदा से सुरक्षा संबंधी जानकारी देंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत 30 जून से पटना स्थित चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान में की जा रही है। राज्य स्तर पर आयोजित इस दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में प्रत्येक जिले से 150-150 शिक्षकों के बैच बनाए जाएंगे। यह प्रशिक्षण 26 सितंबर 2025 तक चरणबद्ध तरीके से चलेगा। इसके बाद बचे हुए स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हर स्कूल में कम से कम एक प्रशिक्षित शिक्षक हो, जो छात्रों को भूकंप, आगजनी, बाढ़ समेत सभी आपदाओं के दौरान बचाव के तरीके सिखा सके। इसके माध्यम से न केवल बच्चे जागरूक होंगे बल्कि वे अपने परिवार और गांव के अन्य लोगों को भी आपदा से बचाव के प्रति जागरूक कर सकेंगे। मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2018-19 में हुई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। अब इसे माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नए स्वरूप में लागू किया जा रहा है।