लोकसभा में राहुल गांधी का जबरदस्त भाषण! एआई, ‘मेक इन इंडिया’ से लेकर चीन-अमेरिका तक का जिक्र, प्रधानमंत्री मोदी पर कसा तंज

नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र में आज सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा कि पीएम मोदी उनकी तरफ देख तक नहीं रहे हैं और उन्होंने सिर झुका लिया है। अपने भाषण की शुरुआत के दौरान जब राहुल गांधी को स्पीकर ओम बिरला ने स्पीच के लिए अनुमति दी, तो राहुल ने स्पीकर को ‘थैंक्यू’ बोला। इसके बाद राहुल गांधी ने कैमरे लिए डबल थैंक्यू बोला। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कहा कि इस भाषण में कुछ भी नया नहीं है। हम यह सोच रहे थे कि इंडिया ब्लॉक की सरकार होती तो राष्ट्रपति का अभिभाषण कैसा होता। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति के इस अभिभाषण में बेरोजगारी का कोई जिक्र नहीं है। ना तो यूपीए, ना ही एनडीए ने युवाओं के रोजगार के सवाल का क्लियर कट जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया की जो बात की, वह अच्छा आइडिया है, लेकिन मैन्यूफैक्चरिंग फेल रही है। हम प्रधानमंत्री पर दोषारोपण नहीं कर रहे, पीएम ने कोशिश की, ये आइडिया सही था लेकिन वे फेल रहे हैं। सांसद राहुल गांधी ने आर्थिक स्थिति को लेकर कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग 60 साल में सबसे निचले स्तर पर है।
उन्होंने मेक इन इंडिया का जिक्र करते हुए फोन दिखाया और कहा कि भले ही हम कहें कि ये भारत में बना है लेकिन इसके पार्ट्स चीन से आए हैं और यहां असेंबल किया गया है। हमने कंजम्प्शन पर फोकस किया, असमानता बढ़ी। राहुल गांधी ने कहा कि दुनिया पूरी तरह से बदल रही है। हम पेट्रोलियम से बैट्री और परमाणु ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं। हर चीज बदल रही है। लास्ट टाइम जब क्रांति हुई थी, भारत सरकार ने कंप्यूटर क्रांति को देख लिया था और फोकस कर दिया था। आज उसका नतीजा दिख रहा है। लोग हंसते थे जब कम्प्यूटर आया था। राहुल गांधी ने कहा कि वाजपयी जी का सम्मान करता हूं लेकिन वो भी इसके (कंप्यूटर) विरोध में बोलते थे। यूक्रेन में युद्ध चल रहा है। इलेक्ट्रिक मोटर और इंजन बनता है। उन्होंने रोबोट से लेकर ड्रोन तक का जिक्र किया और कहा कि लोग आज एआई को लेकर बात कर रहे हैं। एआई डेटा से ऑपरेट होता है। बिना डेटा के ये कुछ नहीं। सवाल है कि एआई कौन सा डेटा इस्तेमाल कर रहा है। भारत के पास कोई डेटा नहीं है, या तो एआई चीनी या फिर अमेरिकी डेटा का इस्तेमाल करेगा।