पंतनगर छात्र आत्महत्या मामला गरमाया, एबीवीपी ने की निष्पक्ष जांच व परिजनों को सहायता की मांग

रुद्रपुर। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकीय विश्वविद्यालय, पंतनगर के बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। घटना के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मंगलवार को अपर जिलाधिकारी वित्त कौस्तुभ मिश्रा को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
एबीवीपी ने आरोप लगाया कि 12 सितंबर को बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र नीरज, जो किच्छा का रहने वाला था, ने हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी। बताया गया कि अंग्रेजी भाषा का पर्याप्त ज्ञान न होने वाले छात्रों का कक्षाओं में मजाक उड़ाया जाता है। इसी मानसिक दबाव में नीरज ने आत्मघाती कदम उठा लिया। संगठन ने दावा किया कि उसी दौरान एक अन्य छात्र को बचा लिया गया, लेकिन नीरज को नहीं बचाया जा सका। एबीवीपी ने विवि प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के बाद छात्रावास को खाली करवाया गया। यह कदम संदेह पैदा करता है कि कहीं जांच को प्रभावित करने या साक्ष्यों को नष्ट करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा। संगठन ने मांग की कि जांच विवि प्रशासन तक सीमित न रखी जाए, बल्कि इसमें विवि से बाहर के अधिकारी या न्यायिक विशेषज्ञ शामिल हों, ताकि सच्चाई सामने आ सके। ज्ञापन में एबीवीपी ने मृतक छात्र के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी मांग उठाई। साथ ही कहा गया कि जांच अवधि के दौरान सभी छात्रों और संभावित गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तथा उन्हें स्वतंत्र बयान देने की गारंटी दी जाए। संगठन ने विश्वविद्यालय में भाषा संबंधी कठिनाइयों को दूर करने के लिए विशेष सहायता कक्षाएं शुरू करने की भी आवश्यकता बताई।एबीवीपी ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। उनका कहना है कि एक छात्र की जान गंवाने की घटना बेहद गंभीर है और इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। छात्रों के भविष्य और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए विवि प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे। इस पूरे मामले ने छात्र समुदाय के बीच असुरक्षा और आक्रोश की भावना को जन्म दिया है। फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन संगठन के आंदोलन की चेतावनी के बाद मामला और गरमा सकता है।