कुदरत का कहरः चंपावत में तबाही जैसा मंजर! एक महिला की मौत और एक लापता, डीएम ने रद्द कीं अधिकारियों की छुट्टियां

चंपावत। उत्तराखण्ड में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब कहर बरपाने लगी है। चंपावत में बारिश के चलते तबाही जैसा मंजर देखने को मिल रहा है। इस दौरान लोहाघाट से एक दुखद हादसा हुआ है, यहां सीमांत ढोरजा गांव में गौशाला ढहने से एक महिला की मौत होने की खबर सामने आई है। वहीं लोहाघाट में एनएच का 30 मीटर हिस्सा बह गया है। वहीं मटियानी क्षेत्र में बादल फटने जैसे हालात बन गए हैं, यहां तीन भवन भूस्खलन की जद में आ गए, जिसमें पांच लोग दब गए। इस बीच ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर चार लोगों को सुरक्षित बचा लिया है, जबकि एक महिला लापता बताई जा रही है। वहीं सड़क बंद होने चलते एसडीम सहित राहत और रेस्क्यू टीम रास्ते में फंसे हुए हैं। अमोड़ी डिग्री कॉलेज का भवन कोइराला नदी की चपेट में आने से खतरे की जद में आ गया है। इधर भीगराड़ा में एडी देवता मंदिर की धर्मशाला भूस्खलन की चपेट में आने से धराशाई हो गया। लोहाघाट डिग्री कॉलेज नसखोला सड़क में खड़ी जीप मलबे की चपेट में आने से बह गई। चमदेवल में भूस्खलन की चपेट में आने से भवन खतरे की जद में आ गया है।
वहीं लोहाघाट की पुल्ला रोड में कलमठ बंद होने से मकान में पानी घुस गया। इसके अलावा राईकोट में लक्ष्मण सिंह के घर के दरवाजों को तोड़कर मलबा घर में घुस गया। परिजनों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। वहीं लोहाघाट की निवर्तमान सभासद मीना ढेक के मकान में देवदार का पेड़ गिरने से दो भवनों को भारी नुकसान पहुंचा है। दिगालीचोड़ के पास बादल फटने से आपदा में लगी जेसीबी मशीन मलबे के साथ सड़क से नीचे बह गई। जिसमें ऑपरेटर और हेल्पर को गंभीर चोटे आई हैं। वहीं बाराकोट सब स्टेशन में एक साथ 10-12 पेड़ गिरने से विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई है। इसके अलावा टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच बंद होने से सैकड़ों वाहन व यात्री फंसे हुए हैं। इस बीच आपदा को देखते हुए डीएम नवनीत पांडे ने सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं तथा प्रशासनिक मशीनरी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लोहाघाट में एसडीएम रिंकु बिष्ट के नेतृत्व में सभी अधिकारी स्थिति पर नज़रें बनाए हुए हैं।