नैनीताल:होटल है कहीं और, एड्रेस में दिखा रहे है मालरोड!टूरिस्ट्स के साथ हो रहा धोखा,नैनीताल की छवि हो रही है धूमिल!
सरोवर नगरी नैनीताल में पर्यटन सीजन की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में पर्यटक नैनीताल आकर होटल में कमरों को तलाशने की झंझट से बचने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना ज़्यादा पसन्द करते है। पर्यटक नैनीताल में मॉल रोड स्थित होटलों में रूम की बुकिंग करवाने में ज़्यादा दिलचस्पी रखते है क्योंकि यहां से नैनीझील का खूबसूरत नज़ारा बिल्कुल सामने ही दिखाई देता है, साथ ही मॉल रोड में जब मन चाहे तब चहलकदमी करने का भी मौका मिल जाता है। इनदिनों कुछ ऐसे होटलों की शिकायत सामने आई है जिन्होंने अपने होटल की वेबसाइट और होटल कार्ड में पता तो अपर मालरोड का दिया है लेकिन ये होटल मालरोड में न होकर अन्यत्र कहीं और स्थित है,जब टूरिस्ट ऑनलाइन बुकिंग करवाते है और बुक डेट पर वहाँ पहुंचते तो उनको अपने साथ ठगी की हुई महसूस होती है।
ऐसा ही एक मामला दिल्ली से आये कुछ टूरिस्ट के साथ सामने आया है। उन्होंने ऑनलाइन अनामिका होटल की बुकिंग सिर्फ इसीलिए करवाई थी ताकि उन्हें ज़्यादा चलना न पड़े और होटल से निकलकर सामने वाकिंग डिस्टेंस पर सीधे नैनीझील दिखाई दे। लेकिन जब वो नैनीताल पहुंचे तो उन्हें अनामिका होटल मॉल रोड में नही मिला बल्कि ऊंचाई में झील से काफ़ी दूर मिला। नाम न लिखने की शर्त पर उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार अरुण शाह को ये पूरा किस्सा बताया और कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है जब अनामिका होटल नीचे मॉल रोड में है ही नही तो उन्होंने अपने एड्रेस में अपर मॉल रोड क्यों लिखा है? जबकि ये होटल मेलविला मार्ग में है। इसी रास्ते मे जिला पंचायत कार्यालय भी है इतना ही नही यहां के निवासियों का भी कहना है कि ये मेलविला मार्ग ही है।
एड्रेस में मालरोड लिखा होने टूरिस्ट तो भ्रमित होकर इस होटल की बुकिंग करवा रहे है लेकिन जब वो यहां पहुंचते है तो उनको ठगी महसूस होती है। उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग को संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए।
वही इस मामले में नैनीताल के कुछ स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि ब्रिटिश काल मे नैनीताल में मॉल रोड और लोवर मालरोड के अलावा झील के चारो ओर जाने वाले रास्तों को अपर मालरोड कहा जाता था जिसका नक्शा भी सामने आया है। इस नक्शे के मुताबिक अपर अयार पाटा मॉल हुआ करता था लेकिन वर्तमान में नैनीझील के चारो ओर की पहाड़ियों को अलग अलग नामो से ही जाना जाता है जैसे राजभवन, डीएसबी रोड,अयार पाटा, स्टाफ हाउस,मेलविला , इत्यादि।
बहरहाल नैनीताल आने वाले पर्यटकों को न तो इस नक्शे के बारे में पता है न ही यहां के इतिहास के बारे में, लिहाजा वो होटल की बुकिंग मॉल रोड की चाह में करते है, लेकिन जब उनके द्वारा बुक करवाया होटल मॉल रोड में न होकर कहीं किसी ऊंची जगह स्थित हो जहाँ से नैनीझील सामने से देखना भी मुश्किल हो,और नीचे सड़क से भी दूर हो तो उन्हें ठगा हुआ महसूस ही होता है। अगर ऊपरी पहाड़ो के रास्ते भी अपर मॉल रोड ही कहलाते है तो साइन बोर्ड में मेलविला मार्ग क्यों लिखा गया है?
अगर जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने जल्द इस मामले में कोई कदम नही उठाया तो नैनीताल के पर्यटन और नैनीताल की छवि पर भी खासा प्रभाव पड़ेगा।