सरोवर नगरी नैनीताल समेत जिलेभर में नशे की गिरफ्त में युवा ही नही बल्कि बच्चे भी आते जा रहे है। उत्तराखंड में देहरादून के बाद नैनीताल उड़ता पंजाब की तरह बढ़ते नशे के ग्राफ़ में टॉप 3 में शामिल हो चुका है। बढ़ते नशे के कारोबार के खिलाफ नैनीताल के AIWC ने भी मोर्चा खोल लिया है।
गुरुवार को नैनीताल में AIWC की मासिक बैठक आयोजित की गयी जिसमे युवाओं और बच्चों में बढ़ते नशे की लत को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अतिशीघ्र शहर के समस्त स्कूलों में नशे पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे,और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर अवेयरनेस प्रोग्राम किये जायेंगे। बैठक में AIWC के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन से नशे के कारोबारीयो पर सख्ती से लगाम न लगाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर कर कहा कि यदि प्रशासन द्वारा नशे की रोकथाम पर सख्ती नही की गई तो AIWC की सभी महिलाएं धरना प्रदर्शन पर मजबूर होंगी। उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले में कुमाऊं कमिश्नर,डी एम,और एसएसपी को ज्ञापन दिया जाएगा।
इस मौके पर अध्यक्ष मुन्नी तिवारी,उपसचिव सावित्री सनवाल,कोषाध्यक्ष गजाला कमाल,मीनू बुधलाकोटी,तारा बोरा,तारा राणा,अमिता शाह,रेखा त्रिवेदी,गीता पांडे,अरुणिमा पांडे,नंदिनी,रेखा पंत,अजकी,आफरीन,आदि महिलाएं शामिल थी।