नैनीताल: रोटरी क्लब के बैनर तले आयोजित हुआ विशाल स्वच्छता अभियान! स्वच्छ और हरित शहर हम सबकी साझा जिम्मेदारी - ए इमैन्युअल

नैनीताल। रोटरी क्लब के बैनर तले नैनीताल में एक विशाल स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया, जिसने तल्लीताल से मल्लीताल तक के क्षेत्र को स्वच्छ और सुंदर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अभियान में स्कूलों, एनसीसी कैडेट्स, रोटेरियनों, स्थानीय संस्थाओं और नागरिकों ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया। कार्य को व्यवस्थित करने के लिए प्रत्येक समूह को अलग-अलग क्षेत्र सौंपे गए, ताकि सफाई कार्य प्रभावी और व्यापक हो सके।
इस अभियान में सेंट मेरीज़, मोहन लाल साह, सनवाल स्कूल, सैनिक स्कूल, बीएसएसवी, सीआरएसटी, एनसीसी, तिब्बत एसोसिएशन, चाट पार्क, नगर पालिका नैनीताल और स्विमिंग एसोसिएशन जैसे तमाम संस्थानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। अभियान की सफलता में शिक्षकों और प्रभारी व्यक्तियों का मार्गदर्शन अहम रहा, जिनमें अनु्भा जोशी, अमित (एनसीसी), विनय साह, रोटेरियन और सनवाल स्कूल की प्रिंसिपल ए. इमैनुएल, नगर पालिका अध्यक्ष सरस्वती खेतवाल ,सावी नेगी, शैलेन्द्र साह, शिवांगी, जितेन्द्र साह, विनोद दुआ, विक्रम स्याल, मीरा स्याल, अनित साह, सुमित खन्ना, जे.के. शर्मा, योगेश साह और काशिफ जैसे समर्पित लोग शामिल थे।
विभिन्न समूहों ने अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई का जिम्मा संभाला। एसईएम के छात्रों ने इंडिया होटल और चिड़ियाघर रोड के आसपास सफाई की, जबकि रामलीला समूह ने बोट हाउस, एलसेम स्विमिंग कोर्ट, ठंडी सड़क और अरोमा होटल के क्षेत्र को स्वच्छ किया। सनवाल स्कूल और सैनिक स्कूल के छात्रों ने अपने निर्धारित मार्गों पर सफाई कार्य किया। वहीं एनसीसी कैडेट्स ने डीएसबी कॉलेज से सफाई शुरू की। विशेष रूप से, झील की सफाई के लिए एक प्रशिक्षित तैराकों का दल तैनात किया गया,जिन्हें झील की सफाई के लिए जिम्मेदारी दी गई।
रोटेरियन ए. इमैनुएल ने इस अवसर पर कहा, “स्वच्छ और हरित शहर नैनीताल हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। इस अभियान के माध्यम से हम न केवल अपने शहर की प्राकृतिक सुंदरता को संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि युवाओं में सेवा और जिम्मेदारी का भाव भी जगा रहे हैं। यह अभियान सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जागरूकता, एकता और नागरिक गर्व को बढ़ावा देने का प्रयास है। छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी से हमें विश्वास है कि नैनीताल का भविष्य सुरक्षित और जिम्मेदार हाथों में है।
इस अभियान को स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने खूब सराहा। यह न केवल सेवा भावना का प्रतीक बना, बल्कि स्कूलों, संस्थाओं, रोटेरियनों और स्वयंसेवकों की एकता और समर्पण का शानदार उदाहरण भी प्रस्तुत किया। नैनीताल को स्वच्छ और सुंदर रखने का यह प्रयास सभी के लिए प्रेरणा बन गया।