बड़ी खबरः लद्दाख में बिगड़े हालात! सड़कों पर उतरे युवा, बीजेपी कार्यालय फूंका! चार की मौत की खबर

नई दिल्ली। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने और छठी अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन आज बुधवार को हिंसक हो गया है। लेह में युवाओं ने पथराव-तोड़फोड़ और आगजनी की। उन्होंने बीजेपी दफ्तर में आग लगा दी। इस दौरान जब प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हुई तो इसमें करीब 70 से अधिक के घायल होने की बात कही जा रही है। खबरों के मुताबिक हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत होने की बात सामने आई है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेह में हिंसा भड़कने के बाद सोनम वांगचुक ने अपनी भूख हड़ताल 15वें दिन खत्म कर दी। इधर हिंसा होने पर बीजेपी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। इधर डीएम ने जिले में बीएनएस की धारा 163 लागू कर दी है, इसके तहत पांच या अधिक व्यक्तियों का एकत्र होना प्रतिबंधित है। पूर्वानुमति के बिना कोई भी जुलूस, रैली या मार्च नहीं निकाला जाएगा। कोई भी व्यक्ति ऐसा बयान नहीं देगा जिससे सार्वजनिक शांति भंग होने या कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना हो। धारा 163 के तहत प्रतिबंध लागू, उल्लंघन पर धारा 223 के तहत कार्रवाई होगी। इधर सोनम वांगचुक ने बीजेपी के आरोपों पर बयान दिया है। लेह में हिंसा होने पर बीजेपी के नेता अमित मालवीय कांग्रेस को निशाने पर लिया है। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को लेह बीजेपी कार्यालय में आग लगा दी है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने लेह हिंसा में कांग्रेस पार्षद फुंटसोग स्टैनज़िन त्सेपाग की संलिप्तता का आरोप लगाया है। इस पर कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने कहा है कि कांग्रेस का यहां इतना प्रभाव नहीं है कि वह 5000 युवाओं को सड़कों पर उतार सकें। एक कांग्रेस पार्षद कल गुस्से में अस्पताल पहुंच गया, क्योंकि उसके गांव के दो लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया था।