जस्टिस फॉर कशिशः सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अब हल्द्वानी में दिखा उबाल! सड़कों पर उतरे लोग, बुद्ध पार्क से लेकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक निकाला जुलूस
 
 हल्द्वानी। सीमांत पिथौरागढ़ जिले की 7 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में मुख्य आरोपी के सुप्रीम कोर्ट से बरी होने के बाद लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। सात साल की मासूम कशिश को न्याय दिलाने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर रहे हैं और मुख्य आरोपी को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में आज हल्द्वानी की सड़कों पर जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। गुरुवार को बुद्ध पार्क से लेकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक भारी भीड़ उमड़ी, जहां सामाजिक संगठनों, महिलाओं, स्थानीय लोगों और लोक कलाकारों ने एकजुट होकर आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सरकार और न्यायपालिका के ताज़ा फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस निर्णय ने पीड़ित परिवार की उम्मीदों को तोड़ दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब निचली अदालत और हाईकोर्ट ने आरोपी को दोषी मानकर सजा सुनाई थी, तो सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद थी कि वह पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगा, लेकिन हालिया आदेश से जनता गहरे सदमे और गुस्से में है। वहीं धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। बुद्ध पार्क से जुलूस की शक्ल में आगे बढ़ते प्रदर्शनकारियों को पुलिस रोकने की कोशिश करती रही, लेकिन भीड़ के आगे प्रशासन की एक न चली और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि आरोपी को फांसी की सजा नहीं दी गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस दौरान हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने भी आंदोलन को समर्थन दिया। वहीं उत्तराखंड की लोकप्रिय लोक कलाकार श्वेता महरा, इंदर आर्य, प्रियंका मेहरा और गोविंद दिगारी भी धरना स्थल पर पहुंचे और जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
 
  
   
  
  
  
  
  
  
  
  
  
  
  
  
  
 