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हरियाणा के राज्यपाल ने तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए प्रो.राजीव कुमार की नियुक्ति की अधिसूचित

Haryana Governor notified the appointment of Prof. Rajiv Kumar for a term of three years

फरीदाबाद। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद को नया कुलगुरु मिल गया है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के पूर्व सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने आज विश्वविद्यालय के आठवें कुलगुरु के रूप में पदभार ग्रहण किया। हरियाणा राजभवन, चंडीगढ़ द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार उनकी नियुक्ति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष द्वारा की गई है। यह नियुक्ति तीन वर्ष की अवधि के लिए होगी। वे प्रो. सुशील कुमार तोमर का स्थान ले रहे हैं, जिन्होंने 22 फरवरी 2022 से विश्वविद्यालय के कुलगुरु के रूप में सेवाएं दीं। प्रो. राजीव कुमार उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में लंबे अनुभव वाले शिक्षाविद हैं। एआईसीटीई में सदस्य सचिव रहते हुए उन्होंने देशभर में तकनीकी संस्थानों के शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी पहचान एक दूरदर्शी शैक्षणिक प्रशासक और शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने वाले शिक्षक के रूप में रही है।

जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हरियाणा ही नहीं, बल्कि देश के प्रमुख तकनीकी शिक्षा केंद्रों में गिना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रो. राजीव कुमार का अनुभव और दृष्टिकोण विश्वविद्यालय को नई दिशा देगा। उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे अनुसंधान, नवाचार, उद्योग सहयोग और अंतरराष्ट्रीय सहयोग जैसे क्षेत्रों में नए अवसरों को बढ़ावा देंगे। पूर्व कुलगुरु प्रो. सुशील कुमार तोमर के कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक और आधारभूत ढांचे के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की थीं। अब प्रो. राजीव कुमार पर यह जिम्मेदारी होगी कि वे इस प्रगति को आगे बढ़ाते हुए छात्रों और संकाय के लिए नए अवसरों का निर्माण करें। पदभार संभालने के बाद प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि वे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने छात्रों, शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा जताते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।