हरिद्वार मनसा देवी मंदिर हादसा: सीएम ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश, दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा, हेल्पलाइन नंबर जारी

हरिद्वार। उत्तराखंड की पवित्र धर्मनगरी हरिद्वार आज एक दुखद हादसे की गवाह बनी। मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर हुई भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब श्रावण मास के दौरान भारी भीड़ मंदिर की ओर बढ़ रही थी। इस त्रासदी ने न केवल स्थानीय प्रशासन को, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई। हादसे पर सीएम धामी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने हादसे के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि हादसे में घायल हुए कुल 35 श्रद्धालुओं को जिला अस्पताल में लाया गया है, जिसमें भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि अन्य लोग घायल हैं। जिनमें से गंभीर अवस्था वाले मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।भगदड़ की घटना में घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार देने और उन्हें अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए 108 सेवा की सात एंबुलेंस और 'खुशियों की सवारी' की दो एंबुलेंस मौके पर तैनात की गईं। इन एंबुलेंस सेवाओं के माध्यम से कई घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर जरूरी चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई।
वही हादसे की सूचना मिलते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हृदय विदारक हादसे में 6 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। सीएम धामी ने तत्काल राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गईं। घायलों के इलाज के लिए मेडिकल टीमें तैनात की गईं, और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। वही मुख्यमंत्री धामी ने इस हादसे की गहन जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जांच का उद्देश्य यह समझना है कि भगदड़ का कारण क्या था और ऐसी घटनाओं को भविष्य में कैसे रोका जा सकता है।अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी आश्वासन दिया गया है। सीएम ने कहा, मैं स्थानीय प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में हूं, और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। प्रदेश सरकार ने पीड़ितों के प्रति संवेदना दिखाते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह कदम पीड़ित परिवारों को कुछ हद तक राहत प्रदान करने का प्रयास है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, हरिद्वार की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी हुआ है। मदद के लिए 01334-223999, 9068197350, 9528250926, पर फोन कर सकते हैं। वही, राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र, देहरादून में स्थापित हेल्पलाइन नंबर 0135-2710334,2710335, 8218867005, 9058441404 भी जारी किया गया है।