दिवाली में अग्निकांड!नैनीताल की हैरीटेज बिल्डिंग ओल्ड लंदन हाउस में देर रात फिर लगी भीषण आग,ढाई बजे मची अफरातफरी,लाखों का सामान जलकर हुआ राख

एक तरफ जहां दिवाली की रौनक से नैनीताल चमचमा उठा तो वही दूसरी तरफ नैनीताल की हैरिटेज बिल्डिंग ओल्ड लंदन हाउस इमारत में एक बार फिर भीषण आग लगने से सनसनी फैल गई। इस घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है, और आग की वजह अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सकी है, हालांकि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की संभावना जताई जा रही है। दमकल विभाग के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन इस दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
यह इमारत पहले भी एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो चुकी है। ठीक दो महीने पहले, 27 अगस्त को इसी इमारत की दूसरी और तीसरी मंजिल पर लगी आग में 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। अब दो महीने बाद दिवाली के मौके पर उसी इमारत में दोबारा आग लगने से स्थानीय निवासियों में तरह-तरह की अफवाहें और चर्चाएं फैल गई हैं। लोग इस बार-बार होने वाली घटनाओं को लेकर चिंतित हैं और सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इसकी जड़ क्या है। फिलहाल, आग लगने के सटीक कारणों की जांच जारी है, और दमकल विभाग इसकी गहन पड़ताल में जुटा हुआ है।
यह पूरी घटना बीती रात की है, जब करीब 2:30 बजे पुरानी लंदन हाउस के उस हिस्से में आग भड़क उठी,जो पिछले अग्निकांड में थोड़ा बहुत बच गया था। देखते ही देखते आग की लपटें इतनी ऊंची उठने लगीं कि वे आसमान को छूती नजर आ रही थीं। आस-पास के निवासियों को जैसे ही इसकी भनक लगी, वे तुरंत आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। कुछ लोग बाल्टियां और अन्य साधनों से पानी फेंकने लगे, जबकि अन्य ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन यहां एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई। बताया जा रहा है कि पिछली बार की ही तरह ही इस बार भी फायर हाइड्रेंट में पानी का दबाव बिल्कुल नहीं था, जिसकी वजह से आग पर नियंत्रण पाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। लगभग सवा घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया,लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। आग की चपेट में आने से गोविंद कनौजिया के कनौजिया फर्नीचर प्रतिष्ठान में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। दुकान में रखे फर्नीचर, लकड़ी के सामान और अन्य वस्तुएं सब कुछ तबाह हो गए। राहत और बचाव कार्य में शामिल पवन व्यास ने बताया कि अगर फायर पंप में पर्याप्त प्रेशर होता, तो आग को बहुत जल्दी काबू में कर लिया जाता और इतना बड़ा नुकसान टाला जा सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए इमारतों में अग्नि सुरक्षा के उपायों को मजबूत करने की जरूरत है।
यह घटना इसलिए और ज्यादा चौंकाने वाली है क्योंकि दो महीने पहले 27 अगस्त को इसी इमारत की दूसरी और तीसरी मंजिल पर लगी आग ने एक बुजुर्ग महिला की जान ले ली थी। उस हादसे में महिला आग की लपटों में फंस गई थी और बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला। अब दोबारा उसी जगह पर आग लगने से लोग सवाल उठा रहे हैं। स्थानीय निवासी अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इमारत की पूरी जांच की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। दमकल विभाग ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही रिपोर्ट जारी करने की बात कही है।