धोखेबाज किराएदारः पहले आर्थिक तंगी का हवाला देकर बिकवाई जमीन! फिर वादे से मुकरा, मण्डलायुक्त के दरबार में पहुंचा मामला

 Cheating tenant: First sold the land citing financial constraints! Again reneged on promise, matter reached Divisional Commissioner's court

हल्द्वानी। मण्डलायुक्त दीपक रावत अध्यक्षता में शनिवार को कैम्प कार्यालय में जनसुनवाई हुई। जिसमें लैंड फ्रॉड, अवैध कब्जा, बिजली, पानी आदि की शिकायतें प्राप्त हुईं और उनका मौके पर निस्तारण किया गया। शेष शिकायतों के निस्तारण के लिए विभागों को निर्देशित किया गया। इस दौरान धोखाधड़ी का एक रोचक किस्सा सामने आया। फरियादी गणेश सिंह जीना ने अपनी दुकान गोपाल कृष्ण अग्रवाल नाम के व्यक्ति को 2017 से 2023 तक किराए पर दी थी। उनके द्वारा 2020 से अब तक किराया नहीं दिया गया। बाद में पता चला कि वह बैंक का डिफॉल्टर हैं। उसने बैंक डिफॉल्टर से बचने और उनके किराए भुगतान के लिए अपनी जमीन बेचने की गुहार लगाई। फरियादी ने उनकी परिस्थिति को देखते हुए अपने परिचित को दिलवाई और वह बैंक के डिफॉल्टर होने से बच गया। किंतु जब उसने अपना किराया मांगा और रजिस्ट्री करने के लिए कहा तो वो गोपाल कृष्ण अग्रवाल वादे से मुकर गया। आयुक्त ने अगले शनिवार को दोनों को तलब किया जिससे समस्या का जल्द समाधान हो। 
वहीं धारी के 24 परिवारों ने शिकायत की कि राजेंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने उनकी भूमि पर जबरन कब्जा किया है। जिस भूमि पर उन्होंने कब्जा किया वे उस भूमि पर पिछले 82 वर्षों से काबिज है। राजेंद्र सिंह ने 2007 में षडयंत्र से अपने नाम कर ली और जेसीबी के जरिए हमारे बगान भी काट दिए। जिस पर आयुक्त ने तत्काल एसडीएम कैंची को फोन करके भूमि पर अवैध कब्जा रोकने और जांच पड़ताल करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। रेखा बोहरा निवासी हल्द्वानी ने अपने चार माह का वेतन दिलाने की गुहार पिछली जनसुनवाई में की थी। वह हल्द्वानी के एक निजी पार्लर में नौकरी करती थी। शिकायत के बाद पार्लर की मालकिन द्वारा 26 हजार का भुगतान करने पर उन्होंने आयुक्त का धन्यवाद किया और यह भी बताया कि अभी लगभग 4 हजार का भुगतान किया जाना बाकी है। आयुक्त ने पार्लर की मालकिन को उनकी बची हुए देनदारी लौटने को कहा। पिछले दिनों बसगांव के जमीनी फर्जीवाड़ा मामले के मुख्य आरोपी हरीश पांडेय को शनिवार को तलब किया था। किंतु उनके न पहुंचने और फोन बंद आने पर सीओ भवाली को उसे जल्द से जल्द पेश करने के निर्देश दिए।