भाजपा का सदस्यता अभियान! लक्ष्य से पिछडे़ माननीय, पहले चरण के रूझानों से प्रदेश नेतृत्व नाखुश

-पुष्कर सिंह नेगी-
देहरादून। भाजपा के सदस्यता अभियान के पहले चरण के रुझानों से प्रदेश नेतृत्व में खुशी देखने को नहीं मिल रही है। मंत्रियों से लेकर विधायकों तक को दिए गए लक्ष्य से सभी माननीय काफी पीछे नजर आ रहे है। कैबिनेट मंत्रियों में केवल सितारगंज के विधायक सौरभ बहुगुणा हो तय लक्ष्य 10000 सदस्य बनाने के करीब पहुंच चुके हैं। बाकी सभी मंत्रियों और विधायकों को लक्ष्य प्राप्त करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। बता दें कि भाजपा का सदस्यता महा अभियान 3 सितंबर को शुरू हुआ था जिसकी लॉन्चिंग मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी सदस्यता करके की। 3 सितंबर से 25 सितंबर यानी आज तक चले इस सदस्यता महा अभियान में सभी पदाधिकारी, मंत्री, विधायकों को लक्ष्य दिए गए थे, जिसमें लक्ष्य प्राप्ति सक्रिय सदस्य बनने के लिए भी मेहनत करने की बात कही गई थी। लेकिन कोई भी खास आम इस लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाया है और अब जब समीक्षा होने वाली है तो सभी यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अक्टूबर में दूसरा चरण शुरू होगा और उसे दूसरे चरण में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। जबकि पार्टी ने सदस्यता अभियान में निर्देशित किया था कि ज्यादा से ज्यादा सदस्य पहले चरण में बनाए जाएं, ताकि दूसरे चरण में नए सदस्यों को बनाने के साथ नए रिकॉर्ड बनाए जा सके। पार्टी ने कहा था कि हर विधानसभा में 2022 के विधानसभा चुनाव में डाले गए वोट से 75 फ़ीसदी सदस्य बनाने जरूरी होंगे। ताकि प्रदेश में संगठन और पार्टी मजबूत हो सके। बताते हैं कि राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य तो 19 सितंबर तक 1000 सदस्य का आंकड़ा भी नहीं छु पाए थे। विधानसभा क्षेत्र में सदस्यता अभियान की ढीली प्रगति से भाजपा नेतृत्व चिंतित नजर आ रहा है। राज्य की 70 विधानसभा में से केवल एक केंट विधानसभा क्षेत्र ऐसा है, जहां पर तय लक्ष्य का 54 फ़ीसदी कार्य यानी सदस्य बनाने का काम हुआ है। बता दें कि 25 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पार्टी के 8 से 15 फीसदी तक ही सदस्य बन पाए है। भाजपा के लिए चिंता इस बात की है कि उपचुनाव के मद्देनजर केदारनाथ विधानसभा में पार्टी ने सदस्यता अभियान में पूरी ताकत झोंकने का संकल्प लिया था, लेकिन अब तक 17 प्रतिशत ही सदस्य बनाए जा सके हैं। केदारनाथ में पार्टी ने 34000 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था। जिसमें अभी तक 5699 सदस्य ही बना पाए हैं। राज्य में दो दर्जन विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पार्टी 16 से 24 फ़ीसदी सदस्य ही बना पाए हैं।
सबसे कम सदस्य बनाने वाले विधायक
किशोर उपाध्याय 50 से कम, सरिता आर्या 57, शक्ति लाल शाह 109, राजकुमार पोरी 119, त्रिलोक सिंह चीमा 133, महेश सिंह जीना 133, खजान दास 140, दुर्गेश्वर लाल 175, उमेश शर्मा काऊ 214, विनोद चमोली 251 सदस्य बना पाए है।
मंत्रियों में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा सबसे आगे
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा 10000 में से 7184 सदस्य बना चुके हैं, डॉ. धन सिंह रावत 2325, सतपाल महाराज 1394, रेखा आर्य 709, प्रेमचंद अग्रवाल 376, सुबोध उनियाल 299 सदस्य बना चुके हैं।
अबतक इतने सदस्य बने
सदस्यता अभियान में अब तक 8.50 लाख सदस्य बनाए जा चुके हैं, जिसमें पहला चरण 3 सितंबर से शुरू हुआ था और 25 सितंबर तक चला है। पहले चरण की समीक्षा 27 सितंबर को होगी। दूसरा चरण 2 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा। विधानसभा क्षेत्रों में देहरादून केंट 54 फ़ीसदी, अल्मोड़ा 44 फ़ीसदी, श्रीनगर 41 फ़ीसदी, टिहरी 39 फ़ीसदी, हरिद्वार 35 फीसदी, बद्रीनाथ 34 फीसदी, देवप्रयाग 33 फीसदी, पौड़ी 31 फीसदी, सोमेश्वर 29 फीसदी, सहसपुर 29 फीसदी लक्ष्य को प्राप्त कर चुके हैं।
16 से 24 फीसदी लक्ष्य प्राप्त करने वाले विधानसभा क्षेत्र
जागेश्वर, यमुनोत्री, भगवानपुर, ऋषिकेश, रुड़की, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, थराली, विकास नगर, पिरान कलियर, भीमताल, धरमपुर, पुरोला, लक्सर, लोहाघाट, गंगोत्री, चंपावत, केदारनाथ, जयपुर, नैनीताल, गंगोलीहाट, डोईवाला, कपकोट, कालाढूंगी।
15 फीसदी लक्ष्य प्राप्त करने वाले विधानसभा क्षेत्र
नानकमत्ता व धारचूला 8 फीसदी, द्वाराहाट और सल्ट 9 फ़ीसदी, रुद्रपुर, काशीपुर, यमकेश्वर, नरेंद्र नगर 10 फीसदी, गदरपुर, रानीखेत, खानपुर, घनसाली, किच्छा 11 फीसदी, मंगलौर, लैंसडाउन 12 फ़ीसदी, खटीमा, झबरेड़ा, मसूरी, ज्वालापुर 13 फ़ीसदी, लालकुआं, प्रताप नगर, राजपुर रोड 14 फ़ीसदी, बाजपुर, हरिद्वार, ग्रामीण, चकराता 15 फ़ीसदी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने कहा कि भाजपा अपने सदस्यता अभियान में इतनी मशगूल हो गई है कि पार्टी के वह नेता भी अपने संवैधानिक पदों की मर्यादा का उल्लंघन करने लगे हैं, जिसमें उन्हें निष्पक्ष रहना चाहिए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष का जिक्र करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद गरिमामय होता है, संवैधानिक पद होता है। ऐसे में वह जिस प्रकार से इस सदस्यता अभियान में घूम रहे हैं लोगों को सदस्य बना रहे हैं वह सही नहीं है।
कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने कही बड़ी बात
कांग्रेस भले ही आरोप लगा रही हो, लेकिन भाजपा नेताओं को उम्मीद है की सदस्यता अभियान आने वाले दिनों में अपनी रफ्तार पकड़ेगा और सभी तय लक्ष्य प्राप्त किए जाएंगे। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी इसी उम्मीद पर चल रहे हैं कि अभी कार्यों की व्यवस्था के चलते सदस्यता अभियान को समय नहीं दे पाए, लेकिन आने वाले दिनों में पार्टी ने जो लक्ष्य दिया है उसे प्राप्त कर लिया जाएगा।