बिहार बंदः महागठबंधन का ऐलान! सड़कों पर उतरे लोग, दिखा व्यापक असर

पटना। बिहार में आज बुधवार को महागठबंधन की ओर से बुलाए गए बंद और चक्का जाम का व्यापक असर देखने को मिला। इस दौरान सड़क से लेकर रेलवे स्टेशन तक विरोध प्रदर्शन तेज रहा। कई जगह टायर जलाए गए, रेलगाड़ियां रोकी गईं, सड़कें जाम रहीं और पटना में राहुल गांधी-तेजस्वी यादव ने मार्च निकाला। बंद की शुरुआत हाजीपुर से हुई, जहां आरजेडी कार्यकर्ताओं ने गांधी सेतु पर जाम लगा दिया। इसके बाद पटना के मनेर में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 को बाधित कर दिया गया। चक्का जाम के चलते पटना से हाजीपुर, दरभंगा और पूर्णिया जैसे शहरों तक आवागमन प्रभावित हुआ।
जहानाबाद के कोर्ट स्टेशन पर पटना-गया रेल को रोका गया। पटना के सचिवालय हॉल्ट स्टेशन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रेल पटरी पर बैठकर प्रदर्शन किया। दरभंगा में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रोका गया और कार्यकर्ता रेल ट्रैक पर बैठकर नारेबाजी करते रहे। मनेर में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। कई स्थानों पर इस तरह की आगजनी की घटनाएं सामने आईं। बंद के कारण राजधानी और अन्य शहरों में आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या दो गुजराती तय करेंगे कि कौन बिहारी वोट देगा और कौन नहीं? उन्होंने मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गरीबों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं और यह मोदी-नीतीश की दादागिरी नहीं चलेगी। वहीं पटना में मार्च के दौरान राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में चुनाव को महाराष्ट्र की तरह चोरी करने की कोशिश हो रही है। चुनाव आयोग बीजेपी के लिए काम कर रहा है, जबकि उसका कर्तव्य संविधान की रक्षा करना है।
महागठबंधन के बंद और चक्का जाम पर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि चुनाव आयोग जागरूकता फैलाना चाहता है, इसमें गलत क्या है? यह किसी जाति या पार्टी के लिए नहीं है, बल्कि पारदर्शिता के लिए है। वहीं बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि तेजस्वी और राहुल गांधी जैसे लोग संविधान की रक्षा नहीं कर सकते। जनता इनके साथ नहीं है।