Big Breaking: ईरान ने इजरायल पर किया बड़ा हमला! पीएम नेतन्याहू बोले- भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जानें युद्ध छिड़ा तो कौन पड़ेगा भारी?
नई दिल्ली। मंगलवार देर रात ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला कर दिया है। खबरों की मानें तो इस बीच तेल अवीव में 200 से ज्यादा मिसाइलें दागी गई हैं। ईरान का कहना है कि उसने हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत का बदला लिया है और आगे भी यह लड़ाई जारी रहेगी। ईरान के इन हमलों के बाद पूरे इजरायल में रेड सायरन बजने लगे और लोग बचने के लिए शेल्टर की तरफ भागे। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी दी है कि उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। इससे पहले इजरायल ने कहा था कि उसकी सेना ने लेबनान में जमीनी आक्रमण शुरू कर दिया है। लेबनान सरकार का कहना है कि इजरायल के द्वारा किए जा हमलों की वजह से अब तक 1000 लोगों की मौत हो गई है और 10 लाख लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। अब जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ रहा है और अगर युद्ध छिड़ गया तो यह जानना जरूरी होगा कि इन दोनों देशों में किसके पास ज्यादा मजबूत सेना है।
सैन्य शक्ति के मामले में आगे है ईरान
ईरान की आबादी इजरायल से दस गुना ज्यादा है। ग्लोबल फायरपावर के 2024 के इंडेक्स के अनुसार, ईरान की आबादी 8,75,90,873 थी जबकि इजरायल की आबादी 90,43,387 है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की आर्म्ड फोर्सेस पश्चिम एशिया की सबसे बड़ी फोर्स में से हैं। इसमें कम से कम 5,80,000 एक्टिव-ड्यूटी सैनिक और लगभग 200,000 प्रशिक्षित रिजर्व कर्मी हैं। इसमें पारंपरिक सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के सैनिक शामिल हैं। इजरायल के पास सेना, नौसेना और अर्धसैनिक बलों को कुल मिलाकर 1,69,500 एक्टिव सैनिक हैं। इसके अलावा रिजर्व बलों में 4,65,000 जबकि अर्धसैनिक बलों के 8,000 जवान हैं।
इजरायल के पास हैं आधुनिक लड़ाकू विमान
ईरान भले ही सैन्य शक्ति के मामले में इजरायल से आगे हो लेकिन हथियारों के मामले में इजरायल बढ़त बनाए हुए है। इजरायल के पास ईरान से ज्यादा हवाई ताकत है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इजरायल के पास कुल 612 विमान हैं जबकि ईरान के पास 551 हैं। इजरायल की वायु सेना में F-15s, F-16s और F-35s जैसे सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान शामिल हैं लेकिन ईरान के पास ऐसे मॉर्डन लड़ाकू विमान नहीं हैं। इजरायल के पास मल्टी लेयर हवाई रक्षा प्रणाली भी है, जिसमें आयरन डोम, डेविड स्लिंग, एरो और पैट्रियट शामिल हैं। ये सभी ड्रोन और मिसाइलों के हमले को फेल कर सकते हैं। ईरान का मिसाइल शस्त्रागार जबरदस्त है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के पास पश्चिम एशिया में बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन का सबसे बड़ा शस्त्र रखने का भंडार है, इसमें क्रूज मिसाइलें और एंटी-शिप मिसाइलें भी शामिल हैं। इसके साथ ही 2,000 किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल हैं।
ईरान के पास ज्यादा हैं टैंक
जमीनी ताकत की बात करें तो इजरायल के पास 1,370 टैंक हैं जबकि ईरान के पास 1,996 हैं। लेकिन इजरायल के पास मर्कवा टैंक जैसे आधुनिक टैंक हैं। ईरान या इजरायल दोनों ही नौसेना के मामले में बहुत मजबूत नहीं हैं। लेकिन ईरान अपनी छोटी नावों के जरिये बड़े हमले कर सकता है। ग्लोबल फायरपावर के मुताबिक, ईरान के बेड़े में ऐसी नावें 67 हैं जबकि इजरायल के पास 101। इजरायल के पास 5 पनडुब्बियां हैं जबकि ईरान के पास ऐसी 19 पनडुब्बियां हैं।
न्यूक्लियर पावर में आगे है इजरायल
न्यूक्लियर पावर के मामले में इजरायल आगे है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल के पास लगभग 80 परमाणु हथियार हैं। इनमें से लगभग 30 ग्रेविटी बम हैं। ग्रेविटी बम वे होते हैं जिन्हें विमान द्वारा गिराया जा सकता है। जबकि 50 अन्य परमाणु हथियारों को जेरीको II मध्यम-दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों द्वारा छोड़ा जा सकता है।