सांसद चंद्रशेखर आजाद को नजरबंद करने पर भड़के भीम आर्मी के कार्यकर्ता! पुलिस के वाहनों को तोड़ा,जमकर बवाल

Bhim Army workers got angry on MP Chandrashekhar Azad being put under house arrest! Police vehicles were vandalised, there was a lot of uproar

करछना के भडेवरा में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर किया हमला कर दिया। डायल 112 की गाड़ी में तोड़फोड़ करने के बाद उसे पलट दिया। चक्का जाम खुलवाने पहुंची पुलिस की टीम भाग निकली। डीसीपी, एसीपी समेत तमाम अफसर मौके पर पहुंच गए। भीम आर्मी चीफ और सांसद चंद्रशेखर आजाद को सर्किट हाउस में नजरबंद किए जाने से कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। कई प्राइवेट वाहनों में भी की तोड़फोड़ की गई। ईंट-पत्थर चलाए गए।

नैनी थाने की जीप में भी तोड़फोड़ की। सर्किट हाउस में नजर बंद किए गए आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद, मंडल प्रभारी अनिल कुमार गौतम का कहना है कि चंद्रशेखर कौशाम्बी के लोहंदा गांव में पीड़ित परिवार से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। डीपी नगर अभिषेक भारती का कहना है कि कौशाम्बी में कानून व्यवस्था के मद्देनजर लोहदा गांव में जाने की अनुमति नहीं है, इस नाते उन्हें रोका गया तो वह सर्किट हाउस में ही बैठ गए। भीम आर्मी के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कई निजी वाहनों में आग लगा दी। इससे अफरा-तफरी मची रही।  आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के द्वारा बवाल करने के बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई। जनपद के दर्जन भर थानों की पुलिस मौके पर पहुंच  गई।  नैनी में बवाल के बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने निजी वाहनों को भी निशाना बनाया। परिवहन निगम की बसों में भी तोड़फोड़ की गई। वाहनों जला दिए गए और बड़ी संख्या में वाहनों को गड्ढे में  गिरा दिया गया।  घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत है। दुकानें बंद हो गई हैं। उपद्रव करने वाले भूमिगत हो गए हैं। पुलिस ने सड़क पर जले वाहनों को किनारे कराकर यातायात चालू करा दिया है।  तीन हजार की संख्या में मौजूद भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी के पहुंचने के बाद हालात काबू में हुए। कई भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुल एक घंटे से अधिक समय तक उनके द्वारा पथराव किया गया। इस दौरान सड़क पर वाहनों की कतार लग गई। मौके पर डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव के बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल शर्मा पहुंचे तब स्थिति को काबू किया गया।