एंजेल चकमा हत्याकांडः राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान! राज्य सरकार को भेजा नोटिस, सात दिन में मांगी रिपोर्ट
देहरादून। त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की हत्या का मामला लगातार गहराता जा रहा है। हत्याकाण्ड को लेकर जहां पूर्वोत्तर में आक्रोश देखने को मिल रहा है, वहीं उत्तराखण्ड में भी इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं। हांलाकि देहरादून एसएसपी ने घटना को नस्लीय टिप्पणी से जोड़ने पर इंकार कर दिया है। वहीं इस प्रकरण पर अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दखल देते हुए राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो की ओर से बताया गया कि उनको सह्याद्री राइट्स फोरम एक्टिविस्ट ग्रुप से शिकायत मिली थी, जिसपर कार्रवाई करते हुए देहरादून जिलाधिकारी, एसएसपी को नोटिस जारी किए गए हैं। सात दिनों के अंदर इस मामले पर रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही उत्तराखंड मुख्य सचिव और डीजीपी को पूरे राज्य में पूर्वोत्तर के छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि विगत 9 दिसंबर को देहरादून के सेलाकुई में कुछ युवकों की देहरादून में पढ़ाई कर रहे त्रिपुरा के एंजेल चकमा और उसके भाई माइकल के साथ कहासुनी हो गई थी। इसके बाद युवकों ने एंजेल और माइकल के साथ मारपीट की, जिसमें एंजेल गंभीर रूप से घायल हो गया। 17 दिनों तक एंजेल का देहरादून के ग्राफिक एरा अस्पताल में उपचार चलता रहा, लेकिन 26 दिसंबर को उपचार के दौरान एंजेल की मौत हो गई। हत्याकांड में पुलिस ने 6 युवकों को आरोपी बनाया, जिसमें 5 युवकों को गिरफ्तार किया गया। इसमें दो आरोपी नाबालिग हैं, जिन्हें बाल सुधार गृह भेजा गया है, जबकि अन्य 3 को जेल भेज दिया गया है। घटना में शामिल एक अन्य आरोपी फरार है।