ऐसा भीः अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पाण्डे उर्फ ‘पीपी’ बने ‘प्रकाशानंद गिरी’! अल्मोड़ा जेल में दी गई गुरु दीक्षा, जानें क्या था 90 के दशक में डॉन बनने का सफर

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा द्वारा दीक्षा देकर अखाड़े का उत्तराधिकारी बनाया गया है। जहां अंडरवल्ड डॉन प्रकाश पांडे (पीपी) का नया नामकरण कर उन्हे प्रकाशानंद गिरी नाम दिया गया। अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को आज साधु संतों द्वारा गुरु दक्षिणा देकर अखाड़े में शामिल किया गया।

श्री पंचदसनाम जूना अखाड़ा हरिद्वार ने अल्मोड़ा कारागार मैं बंद प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को गुरु दीक्षा दी गईं और अपने अखाड़े में शामिल किया गया। प्रकाश पांडे को पहाड़ों के विभिन्न जिनमें से मुख्य गंगोत्री भैरव मंदिर गंगोलीहाट के लंबकेश्वर मंदिर महादेव मुनस्यारी में कालिका माता मंदिर, काला मुनि मंदिर का मुख्य महंत बनाया गया। अल्मोड़ा कारागार में पहुंचकर थानापति राजेंद्र गिरि, महंत सुरेंद्र पुरी तथा हिंदूवादी नेता कृष्ण कांडपाल के सानिध्य में प्रकाश पांडे को गुरु दीक्षा दी गई। जिसके बाद से उनका नया नाम प्रकाशानंद रखा गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद इनको कुंभ में इनका मुंडन संस्कार किया जाएगा उसके बाद आगे के दायित्वों पर विचार किया जाएगा। 

गौर हो कि प्रकाश पांडे उर्फ पीपी का 1990 के दशक में कुमाऊं मंडल में अपराध के मामले में काफी दबदबा रहा था। पीपी ने नैनीताल, अल्मोड़ा, हल्द्वानी व रानीखेत में अवैध शराब, लीसा तस्करी की थी। 90 के दशक में वो मुंबई में डॉन बनना चाहता था। इस बीच मुंबई ब्लास्ट हुए, जिसका जिम्मेदार दाउद को बताया गया। जब दाऊद व छोटा राजन अलग हो गए तो इसी बीच प्रकाश पांडे उर्फ पीपी की मुलाकात छोटा राजन से हुई और उसके डॉन बनने का सफर शुरू हो गया था। वर्ष 2010 में पीपी वियतनाम से गिरफ्तार हो गया था, तब से वह जेल में बंद है और वर्तमान में अल्मोड़ा जेल में बंद है।