नैनीताल में सात दिवसीय सतत् विकास कार्यशाला शुरू, छात्रों को मिल रहा अनुभवात्मक पर्यावरण शिक्षा का अवसर
भारतीय शहीद सैनिक स्कूल, नैनीताल में सात दिवसीय सतत् विकास कार्यशाला की शुरुआत हो गई है। यह कार्यशाला 11 दिसंबर से 17 दिसंबर तक दो चरणों में आयोजित की जा रही है। पहले तीन दिन गतिविधियाँ विद्यालय परिसर में होंगी, जबकि अगले तीन दिन कार्यक्रम अरविन्द आश्रम, वन निवास, नैनीताल में संपन्न होगा।
यह वर्कशॉप अरविन्द आश्रम, दिल्ली शाखा ट्रस्ट सोसाइटी और अरविन्द आश्रम, वन निवास के संयुक्त सहयोग से आयोजित की जा रही है। कार्यक्रम को Star Grain and Shipping Private Limited, मुंबई द्वारा प्रायोजित किया गया है।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों में पर्यावरण संरक्षण, सतत् विकास और ईको-इन्फ्रास्ट्रक्चर की समझ बढ़ाना है। गतिविधि-आधारित शिक्षण के माध्यम से छात्रों को प्रकृति संरक्षण, संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग और पर्यावरणीय संवेदनशीलता के व्यावहारिक पहलुओं से परिचित कराया जा रहा है।
कार्यशाला का संचालन मेघालयना द्वारा किया जा रहा है, जिन्होंने छात्रों के लिए रोचक गतिविधियाँ, चर्चाएँ और प्रायोगिक सत्र आयोजित किए। निष्ठा मेहरा ने भी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सक्रिय रूप से शामिल किया और मार्गदर्शन प्रदान किया।कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष मनोज जगाती की उपस्थिति और सुझाव विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे।
विद्यालय के प्रधानाचार्य बिशन सिंह मेहता की दूरदर्शी पहल और सहयोग से यह कार्यक्रम प्रभावी रूप से संचालित हो रहा है। उन्होंने बच्चों के लिए पर्यावरण शिक्षा को अनुभवात्मक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, पूरे आयोजन में दिव्या की सक्रिय भागीदारी ने भी कार्यशाला की सफलता में अहम योगदान दिया।