Awaaz24x7-government

एक सेल्फी ने ली जानः फोटो खींचते समय नर्मदा के तेज बहाव में बही महिला! 24 घंटे बाद बरामद हुआ शव, मातम में बदली शादी की सालगिरह की खुशी

A selfie claimed her life: A woman was swept away by the Narmada River's strong current while taking a photo. Her body was recovered 24 hours later, turning the joy of her wedding anniversary into mo

नई दिल्ली। कभी-कभी छोटी से छोटी गलती इंसान की जान पर भारी पड़ जाती है और उसका अंजाम दुखदायी होता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया है। यहां एक सेल्फी ने परिवार की खुशियां छीन लीं। दरअसल, धुआंधार पर्यटन क्षेत्र में शादी की सालगिरह मनाने पहुंचे एक दंपति के लिए नर्मदा किनारे फोटो खिंचवाना भारी पड़ गया। फोटो लेते समय पत्नी का पैर फिसल गया और वह नर्मदा के तेज बहाव में बह गई। घटना के 24 घंटे बाद उसका शव बरामद हुआ तो परिवार में कोहराम मच गया। जानकारी के अनुसार  आशीष गर्ग अपनी पत्नी स्वाती, मां और 10 साल की बेटी के साथ शादी की सालगिरह मनाने निकले थे। पहले उन्होंने त्रिपुर सुंदरी मंदिर में दर्शन किए और इसके बाद भेड़ाघाट क्षेत्र पहुंचे। शाम को परिवार नर्मदा जलप्रपात के आसपास फोटो खिंचवाने लगा। इसी दौरान स्वाती चट्टान के पास फोटो निकलवा रही थी। तभी अचानक उसका पैर फिसला और कुछ ही सेकंड में वह नर्मदा के तेज बहाव में बह गई। घटना के बाद तुरंत गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की गई। करीब 24 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद स्वाती का शव घाट के पास बरामद हुआ। शव मिलने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। आशीष के पिता ने बताया कि पूरा परिवार खुश था और किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह खुशी इतनी बड़ी त्रासदी में बदल जाएगी। उनका कहना है कि वहां रेलिंग तो लगी थी, लेकिन किसी तरह का चेतावनी बोर्ड नजर नहीं आया, जिससे खतरे का अंदाजा हो सके। वहीं मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि पर्यटन क्षेत्रों में लगातार लोगों को जागरूक किया जाता है। धुआंधार और भेड़ाघाट जैसे इलाकों में गोताखोर भी तैनात किए गए हैं। इसके बावजूद लोग सोशल मीडिया पर फोटो और लाइक्स के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं।