हल्द्वानी के युवा ने शुरु की एक मुहिम ,जिसमें लोगों की समस्याओं का होगा समाधान

उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले एक युवा समाजसेवी निर्भय पाल ने एक मुहिम की शुरुआत की है ।जिसमें लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। चाहे समस्या किसी भी प्रकार की हो उसकी निदान किया जाएगा।आवाज इंडिया 24*7 ने युवा समाजसेवी निर्भय पाल से की खास बातचीत।
समाजसेवी निर्भय पाल का कहना है कि write2nirbhay एक मुहिम ही नहीं है, write2nirbhay एक आइडिया है,एक विचारधारा है,एक आंदोलन है।कोरोना के टाइम में आप यह समझ ले write2nirbhay एक वायरस की तरह है जिसका कोई दायरा नहीं है।फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है की हम पॉजिटिव वायरस है।हमारे लिए धर्म का जाति का अन्य दायरो का कोई मतलब नहीं है।हम कोई चैरिटी नहीं करना चाहते है ।हम एक समान विचारधारा के युवा है जो कि अपने भविष्य, अपने समाज और अपने देश को एक प्रगतिशील राह पे ले चलना चाहते है और हम उम्मीद कर रहे है की हमारा ये वायरस कोरोना से भी ज़्यादा वृद्धि करे ।
मैं अपनी शिक्षा लेने जब दिल्ली यूनिवर्सिटी गया तो वहाँ मैंने देखा की अनेक निर्दलीय युवा संगठन है जो की युवाओं की आवाज़ को उठाते है ।जो कि यहाँ उत्तराखंड में स्थानीय तौर पे अनुपस्थित थी या अगर थी भी तो वे एक गैर सरकारी संगठन के तरह काम कर रही थी जिसमें सिर्फ़ उनके पद धारकों के मुताबिक़ काम हो रहा था। जब मैं अपनी शिक्षा पूरी करने बाद सक्रिय तौर पर अपने कॉलेज के प्रबंधन से जुड़ा तो प्रतिदिन मुझे यहाँ के युवाओं से बातचीत करने का, उनकी सोच,उनके जज़्बातों, उनकी समस्याएँ से रूबरू होने का उन्हें व्यक्तिगत रूप से समझने का अवसर प्राप्त हुया ।तब मुझे अहसास हुआ कि स्थानीय युवाओं में जोश और जुनून के साथ साथ एक बहुत नेक और प्रगतिशील सोच भी है जो एक संगठित आवाज़ है।उनकी अकेली आवाज़ को साथ लाने के लिए write2nirbhay का जन्म हुआ ।
यह मेरे लिए ये आत्मसंतुष्टि है।हमें हमारी अपेक्षा से ज़्यादा प्रतिक्रियाएँ मिली।इतने ज़्यादा लोगों की अपील और सुझाव मिलने से प्रथमतः हम उमंगीत हुए परंतु जल्दी ही हमें ये एहसास हो गया की आगे हमारा सफ़र आसान नहीं होगा।सिर्फ़ तीन दिनों में 200 से भी अधिक समस्याएँ और सुझाव मिले।लेकिन वो कहते है न कि जब किसी नेक विचार से आप किसी काम को करो तो ऊपर वाला खुद रास्ता बना देता है ।
अभी तक हमने फ्रंट लाइन वर्कर से लेकर दूरस्थ जंगलो में रह रहे लोगों तक भोजन की व्यवस्था की है।जो स्थानीय लोग बाहर के स्थानों में फँसे हुए थे उन्हें घर वापस लाने की व्यवस्था की।जिन लोगों को नौकरियों से निकाल दिया गया उनको एक साथ लाकर उनकी आवाज़ को सरकार तक पहुँचाने की कोशिश की गयी।प्रत्येक दिन जब मैं सुबह उठता हूँ तो ई-मेल देखता हूँ कि आज क्या करने की आवश्यकता है।लोगों के मैसेज ही मेरे दिन का प्रोत्साहन होता है ।
विस्तार रूप से देखे तो कोरोना काल में कोरोना से प्रभावित समस्याओं पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित किया है ।हल्द्वानी, सितारगंज, बाजपुर,रुद्रपुर जिलों के लोगों की समस्याएं आयी है।पुलिस प्रशासन के करीब 300 कर्मियों को पूरे 1 महीने भोजन की व्यवस्था की गयी।इस विपदा के समय उनकी मेहनत और लगन का सदा आभारी रहूँगा।सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना से संक्रमित लोगो को स्वस्थ खाना और उनके घर परिवार की देख भाल की भी जिम्मेदारी निभाई।
दूरस्थ जंगलों में कई ऐसे परिवार रहते हैं जिनको अपने ज़रूरतमन्द सामग्री के लिए आज भी कई किलोमीटर सफर करना पड़ता है।मैं और मेरी टीम के दृढनिश्चय और जुनून से हमने ऐसे कई परिवारों को भिन्न प्रकार की सामग्री प्रदान की ।
Write2Nirbhay के तहत सिडकुल में 25 से अधिक बेरोज़गार युवाओं की नौकरी का बंदोबस्त किया गया।200 से अधिक युवाओं का नौकरी के लिए इंटरव्यू करवाया गया है। छोटे-बड़े सारे प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को अपने घर को चलाने के लिए कुछ तो आय हो।लगभग 70 उत्तराखंड वासियों को अलग अलग शहरों से घर वापसी लाने का प्रबन्ध किया गया।लोगो कें घर परिवार की भी समस्याएं सामने आई जो काफी व्यक्तिगत है।उनके समाधान का भी प्रयास किया जा रहा है। मैं हल्द्वानी में एक हाइअर एजुकेशन संस्थान चलाता हूँ जिसमें कुल 500 छात्र पढ़ते हैं और 100 से अधिक स्टाफ काम करते है।आपको पूरी अनुमति है उनसे जानकारी लेने की की अगर 500 परिवारों में किसी को भी फीस से सम्बन्धित कोई परेशानी महसूस हुयी हो और आज भी 100 से अधिक स्टाफ़ है इस अप्रत्याशित समय में भी किसी स्टाफ को नहीं निकला गया है।
कम्पनियों के नौकरी देने के रुझान में आये बदलाव से कई हजारों लोगों को फ़र्क़ पड़ा है।युवाओं को इसकी कम से कम क्षति हो इसके लिए 3 महीने का स्किल डेवलपमेंट कोर्स का निर्माण किया गया है।इसके अंतर्गत100 बच्चों को मुफ्त की प़ढ़ाई का मौका दिया जाएगा।Write2nirbhay की शुरुआत करते समय मुझे इस बात का कोई आइडिया नहीं था कि लोग इसे कितना समर्थन करेंगे। विभिन्न प्रकार के लोग हम से जुड़े है सिर्फ़ एक मक़सद से की अपने समाज में हम कुछ बदलाव ला सके।एक प्रोत्साहन देने वाली शुरुआत हमें मिली है अब बस पूरी लगन के साथ आगे बढ़ना है। ज़्यादा से ज़्यादा ज़रूरतमंदो की मदद करनी है ,ज़्यादा से ज़्यादा समस्याओं का समाधान ढूँढने के प्रति काम करना है ।हम चाहते है की अधिक से अधिक युवा हम से जुड़े चाहे वो कॉल से हो या ईमेल से या हमारी मुहिम का सक्रिय हिस्सा बने और एक अच्छे बदलाव लाने की शपथ ले।