माटी के दलाल खुद ही बन गए सरकारी नाले के ठेकेदार, बड़ी हेरफेर

उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में माटी के दलालों (भूमाफिया) के हौंसले बुलंद है। यूएस नगर से लगे आसपास प्रशासनिक अधिकारीयों के सुस्त रवैया के चलते माटी के दलाल नियम कानून के विरुद्ध जाकर रोज़ना नयी अवैध कॉलोनियां काट रहे हैं।
ताज़ा मामला महानगर रुद्रपुर के वार्ड न-1 शिमला बहादुर का है। जहाँ जमीन मालिक के साथ मिलकर कुछ भूमाफियाओं ने मनमाने ढंग से कालोनी काटते हुए सरकारी राजस्व को नुक्सान पहुँचाया है। जानकारी व विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार शिमला बहादुर के एक स्थानीय और यूपी में एक बड़े पद पर तैनात सरकारी अधिकारी की जमीन पर उनकी ही रजामंदी से कुछ भूमाफियाओं ने अवैध कालोनी काट दी है। इस पूरे खेल में अधिकारी का रिश्तेदार एक पूर्व प्रधान का भी शामिल होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इस जमीन के किनारे एक बड़ा सरकारी नाला है पूर्व प्रधान और भूमाफियाओं की मिली भगत से खुद ही सरकारी ठेकेदार बनकर नाले का निर्माण किया जा रहा है। नाले के निर्माण में बहुत बड़ी धांधली सामने आयी है। शुरुआत में नाला कुछ ठीक है, लेकिन जैसे-जैसे नाला आगे बढ़ता गया तो उसने नाली का रूप ले लिए है। इतना ही नहीं नाले पर लैंटर डालकर उस पर भी कब्ज़ा करने की तयारी की जा रही है। वहीँ सूत्रों के अनुसार बताया तो यह भी जा रहा है कि इस जमीन में चकबंदी की एक रोड भी है, पर भूमाफियाओं ने इस पर भी कब्ज़ा करते हुए बिना किसी अनुमति के अवैध कालोनी काट दी है।
इस सम्बन्ध में कई सम्बंधित अधिकारीयों से बात करने पर मामले में अधिकारीयों की बहुत ही सुस्ती साफ नज़र आयी हैं। अधिकारीयों के इस रवैए पर मिली भगत होने का संदेह साफ़ झलकता है। शायद यही कारण है कि ऊधम सिंह नगर में भूमाफियाओं (माटी के दलाल) के हौंसले कुछ ज्यादा ही बुलंद है। इसी के चलते यूएस नगर में रोज़ाना एक नयी अवैध कालोनी काटी जा रही है। कॉलोनी काटने के बाद माटी के दलाल आम जनमानस को बहला-फुसलाकर उनको अपने जाल में फसाते हुए उनकी गाढ़ी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ़ कर रहे है। तो अब सवाल यह उठता है की आखिर कब सुस्त सोया सम्बंधित विभाग और सम्बंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को निभायेंगे और ऐसी अवैध कालोनियों पर कार्यवाही करेंगे, ताकि अपने आशियाने की इच्छा रखने वाले आम जनमासस के साथ किसी तरह का कोई छल ना हो।