बड़ी खबर: कोरोना की जांच के लिए अब डॉक्टर द्वारा लिखे गए पर्चे की ज़रूरत नही जांच की रणनीति में आईसीएमआर ने जारी की एडवाइजरी

कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच को लेकर भारत सरकार ने अपनी टेस्टिंग रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। भारत मे अब तक जिला चिकित्साधिकारी के आदेश या किसी डॉक्टर के पर्ची या इलाकों में प्रशासन द्वारा रैंडम जांच के दौरान ही कोरोना की जांच करवाई जा सकती थी, लेकिन अब नये नियमो के मुताबिक कोई भी अपनी जांच बिना किसी डॉक्टर के लिखे करवा सकता है।
एक नए आदेश के मुताबिक कंटेनमेंट जोन में काम कर रहे हेल्थवर्कर्स का टेस्ट होना अति आवश्यक है चाहे उनमें लक्षण हो या न हो उनकी जांच करवानी बेहद ज़रूरी है इसके साथ ही आम लोगों ने भी अगर बीते 14 दिनों में कोई भी यात्रा की है, उनमें सिम्प्टमैटिक के अलावा भी सभी की जांच होगी।
वहीं अस्पतालों में गंभीर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन से पीड़ित सभी रोगियों की भी जांच होगी।इसके साथ ही हेल्थकेयर सेंटर में मौजूद सभी लक्षण वाले लोगों की जांच होगी। किसी दूसरे राज्य या दूसरे देशों की यात्रा करने वालों के लिए कोविड-19 निगेटिव होना अनिवार्य है। आदेश में कहा गया है कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और ट्रैकिंग की रणनीति अपनाई जानी चाहिये। आपको बता दें कि आईसीएमआर द्वारा जांच की रणनीति में किए गए बदलाव की एडवाइजरी शुक्रवार को जारी की गई।