नैनीताल: माँ नंदा सुनंदा की हुई भावभीनी विदाई, अगले साल फिर आएंगी मायके

उत्तराखंड के कुमाऊँ मण्डल की कुलदेवी आराध्य माँ नंदा सुनंदा की आज मुहूर्त के अनुसार विदाई सम्पन्न हुई, माँ नंदा-सुनंदा अष्टमी के दिन अपने माईके आयी थी और आज दशमी के दिन उनकी ससुराल वापसी बहुत भावपूर्वक हुई। अब तक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब नंदा-सुनंदा के डोले की नगर परिक्रमा नही हुई और न ही माँ के प्रसाद का भंडारा ही लग पाया।
शुक्रवार की सुबह पूजा अर्चना के बाद विसर्जन की तैयारियां शुरू कर दी गयी, कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टनसिंग को बरकरार रख अष्ठमी से दशमी तक नंदा सुनंदा महोत्सव के सभी कार्यक्रम आयोजित किये गए। विसर्जन के दौरान में जहाँ हर साल लाखों भक्त माँ की अश्रुपूर्ण विदाई देखे बिना घर वापस नही जाते थे लेकिन आज केवल मंदिर परिसर ,राम सेवक सभा के सदस्य, और कुछ पत्रकार ही विसर्जन के मौके पर उपस्थित रहे। पुलिस प्रशासन भी इस दौरान मुस्तैद नज़र आया।इस बार भले ही सांकेतिक रूप से नंदा सुनंदा महोत्सव मनाया गया हो, लेकिन सभी लोगो ने विसर्जन के समय प्रार्थना की कि अगले साल फिर धूमधाम से ये महोत्सव मनाएंगे और जल्द ही कोरोना महामारी इस दुनिया से खत्म हो जाए।