आखिर क्या कर गई हरिद्धार पुलिस--मौत पर गहराया राज

आपको बता दें कि मृतक युवक को जब घायल हालात में हॉस्पिटल लाया गया था तब युवक होश में था और उसने डॉक्टर को अपना नाम पता बताया था। जबकि पुलिस अभी भी कहा रही है कि उसका नाम पता मालूम नही हो सका है। इस पूरी घटना में पुलिस की कहानी में कई झोल है। पुलिस कह रही है कि वो नशे की हालत में था और जवान की बंदूक छिनने की कोशिश करते हुए गोली चलने से हादसा हुआ।
वहीं हरिद्धार के डीएम दीपक रावत का कह रहे है कि मृतक नशे की हालत में सड़क पर पड़ा हुआ था और जब उसे उठाने की कोशिश की गई तो कहा सुनी और हाथापाई में गोली चल गई। अब डीएम इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश कर दिए गए हैं।
एक निर्दोष की मौत के बावजूद पुलिस इस मामले में भी अपनी पीठ थपथपाती नज़र आ रही है। एसएसपी कह रहे हैं कि अगर उसके हाथ मे बन्दूक चली जाती तो बड़ा मामला हो सकता है। लेकिन एसएसपी के पास इस बात का जवाब नही है कि जब वह सड़क किनारे बेहोश पड़ा था तो उसकी आईटीबीपी के जवान के साथ कहासुनी ओर छीनाझपटी कैसे हो गयी।