अनुपम फोटोग्राफी के लिये अनूप साह को मिला पद्मश्री

"हौसले बुलंद हो तो मंजिल मिल ही जाती है

तुम एक कदम चलो 

मंजिल दो कदम चल कर आती है"

ऐसी ही मिसाल हैं नैनीताल के मशहूर फोटोग्राफर अनूप साह  जिन्होंने अपने जूनून से नैनीताल को एक गौरव पूर्ण इतिहास दे डाला। शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा पद्मश्री पुरुस्कार प्राप्त करने वाले अनूप साह ने अपने पिता का अधूरा सपना पूरा कर एक स्वर्णिम इतिहास रच दिया।


आइये जानते हैं अनूप साह के बारे में।

अनूप साह का जन्म 8 अगस्त 1949 को नैनीताल में ही हुआ था फोटो खिंचने का शौक उन्हे बचपन से ही था पर उन दिनो बहुत अच्छे कैमरे नही मिला करते थे तो अनूप जी ने अपने पिता द्वारा गिफ्ट किये कैमरे से ही अपने शौक को आगे बड़ाया।छोटी उम्र और ख्वाब पहाड़ो की तरह ऊंचे बस अनूप कैमरा हाथ मे लिये जो अच्छा लगता उसे एंगल बदल बदल कर अपने कैमरे मे कैद कर लेते।आप शायद यकीन भी नही करोगे कि नैनीताल में फोटो के शौक ने उन्हे उत्तराखंड के पर्यावरण,यहां की वनस्पतियो,जैव विविधता इत्यादि के बारे मे इस कदर जानकर बना दिया कि लोग उन्हे "इनसाइक्लोपीडिया " बोलने लगे।


स्व.चन्द्र लाल साह की 1980 के दशक मे पद्मश्री मिलने की खबरे चर्चा मे आम होती रही लेकिन किसे पता था कि ये चर्चाये एक दिन सच होंगी और पद्मश्री उनके बेटे को मिलेगा।अनूप साह जी के द्वारा खिंची गयी तस्वीरें पूरे भारत मे आपको कई कैलेन्डर कई संस्थानो में देखने को मिल जायेगी।भारत ही नही बल्कि विदशों में भी उनके द्वारा खिंची गयी तस्वीरे धूम मचा चुकी है इंग्लैंड और अमेरिका के अधिकारिक संस्थानो में भी उनके फोटोग्राफ्स गैलरी कैलेन्डर के लिये चुने गये।


अनूप साह को सिर्फ फोटोग्राफी का ही शौक नही था बल्कि वो एक बेहतरीन माॅउन्टेनियर भी थे।1974 में वो पहले नंदा देवी अभियान दल के भी सदस्य रहे। सन् 1986 में उन्होंने अखिल भारतीय-एशिया लेवल की एक  फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया था तब अनूप साह और उनके किसी भी साथी की कोई भी फोटो को प्रदर्शनी के लिये नही चुना गया शायद उस वक्त जो कमिया उनकी फोटोग्राफी मे रह गयी थी वो उन्होंने इस सबक से सीखी। उसके बाद से न तो अनूप साह जी रूके ना ही उनका कैमरा ।


अनूप साह एक अंर्तराष्ट्रीय स्तर के फोटोग्राफ बन गये और न जाने कितने अवार्ड उन्होने अपने बेहतरीन फोटोग्राफी के प्रदर्शन के लिये हासिल किये जिनमे 1994 में इंडिया इंटरनैशनल फोटोग्राफिक काऊन्सिल IIPC ने प्लेटिनम ग्रेड अवार्ड 1997 में और 2002 में डायमंड ग्रेड अवार्ड से उन्हे नवाजा। इसके अलावा 1990,1995,2001,2003,2005 में भारत के टाॅप 10 फोटोग्राफर्स में शामिल हुये साथ ही नैशनल और इंटरनैशनल लेवल पर 350 से भी ज्यादा पुरस्कार अनूप साह को फोटोग्राफी के क्षेत्र मे मिल चुके हैं।आज वो नैनीताल के माॅऊन्टेनरिंग क्लब के अध्यक्ष हैं अनूप  साह का जीवन आज भी पर्यावरण सरंक्षण और माॅऊन्टेनिंग के लिये पूरी तरह समर्पित है।


नैनीताल का नाम रौशन करने वाले बेमिसाल फोटोग्राफर,पर्वतारोही और जाने माने लेखक अनूप साह को आवाज 24×7 उत्तराखंड की ओर से देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने पर हार्दिक बधाई।