ऐसा क्योंः पत्रकार आम्रपाली शर्मा ने बयां किया दर्द! बोलीं- गाय को मार से बचाया तो मुसलमान मुझे मारने आए, सोशल मीडिया पर साझा की वीडियो

Why so: Journalist Amrapali Sharma expressed her pain! She said- When I saved a cow from being killed, Muslims came to kill me, shared the video on social media

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मलाड में रहने वाली पत्रकार आम्रपाली शर्मा ने कुछ लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्रकार आम्रपाली ने एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि वह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में रहती है। वीडियो में वह कहती सुनाई दे रही हैं कि यहां रहना उनके लिए मुश्किल हो गया है। उन्होंने आरोप लगाए हैं कि जानवरों को खाना देने पर उन्हें गाली दी जाती है, धमकी दी जाती है, उनके घर के बाहर मीट फेंका जाता है और आत्महत्या को मजबूर किया जाता है ताकि वो परेशान होकर इलाके को छोड़ दें और उनके फ्लैट पर कब्जा हो जाए। पत्रकार आम्रपाली द्वारा साझा किया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसी मामले को आगे बढ़ाते हुए आम्रपाली शर्मा ने कुछ और वीडियोज और स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किए हैं। इन वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह उन्हें तंग किया जाता है और कैसे इस मुद्दे पर आवाज उठाने पर उक्त लोग उन्हें धमकी देते हैं। आम्रपाली शर्मा द्वारा साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि घर के पायदान पर मीट बिखेरा गया है और उसमें कचरा भी पड़ा है।

आम्रपाली शर्मा ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा कि मेरे घर पर मांस और कचरा डाला, मैंने गाय को मार से बचाया तो पूरे मुसलमान सड़क पे मुझे मारने आए। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। एक और कैराना एक और कश्मीर है मालवणी, मलाड। इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट किया है जिसमें कुछ स्क्रीनशॉट लगाए हैं। इन स्क्रीनशॉट्स में देखा जा सकता है कि उन्हें गाली दी गई है। उन्हें ऐसे ट्वीट करने पर कहा कि तुम काफिर लोग जहां रहते हो फालतू की हरकतें करके मुसलमानों को परेशान ही करते हो। आम्रपाली द्वारा ये मुद्दा उठाए जाने के बाद उन्हें इनबॉक्स में समर्थन के बजाय जो गालियां मिल रही हैं उस पर कहती हैं कि मुसलमान ये मैसेज भेज रहे हैं मुझे एम्स पर। सोचिए कितना जहर भरा है हिंदुओं के खिलाफ और इनको हमसे सहिष्णुता चाहिए! और कितना बर्दाश्त करें? खतरनाक लोग आसपास हैं। मेरा कत्ल भी कर देंगे। सेक्यूलरिज्म के लायक हैं ये लोग? आम्रपाली कहती हैं कि पुलिस भी उनकी मदद नहीं कर रही है।