उत्तरकाशी मस्जिद विवाद: महापंचायत में जुटे कई हिंदूवादी नेता, हैदराबाद के विधायक टी राजा ने सीएम धामी को दी नसीहत
उत्तरकाशी रामलीला मैदान में मस्जिद के खिलाफ देवभूमि विचार मंच की ओर से आज महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में हिंदूवादी नेता पहुंचे हैं। वहीं, हैदराबाद के विधायक टी राजा भी पहुंचे। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और स्वामी दर्शन भारती भी महापंचायत में शामिल हुए। विधायक चौहान ने कहा कि उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी घोषित करेंगे। इसके लिए सभी को आगे आना होगा। हैदराबाद के विधायक टी राजा ने कहा कि मैं उत्तरकाशी और उत्तराखंड के लोगों को जगाने आया हूं कि एक हो जाओ। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ चाय पर चर्चा करने का सुझाव दिया।कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री किस तरह से अवैध मस्जिद मजारों और अवैध कब्जा करने वालों को सबक सिखाते हैं, वह स्टाइल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को भी सीखने की जरूरत है।
बता दें कि यहां बीते चार माह से मस्जिद विवाद शांत होता नजर नहीं आ रहा है। बीते 24 अक्तूबर को मस्जिद के खिलाफ संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ ने जनाक्रोश रैली निकाली थी, जिसमें पथराव और लाठीचार्ज की घटना में 9 पुलिसकर्मी सहित 27 लोग घायल हुए थे। वहीं, अब विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर देवभूमि विचार मंच रामलीला मैदान में महापंचायत का आयोजन करने जा रहा है। इस आयोजन को गत शुक्रवार देर शाम प्रशासन ने सशर्त अनुमति दी थी। नव नियुक्त एसपी सरिता डोबाल ने बताया कि महापंचायत के मध्येनजर शहर को 7 जोन और 15 सेक्टर में बांटने के साथ यातायात डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया। पुलिस ने महापंचायत के कार्यक्रम पर ड्रोन और अन्य वीडियोग्राफी कैमरों से नजर रखने की बात कही है। इसके साथ ही चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए पुलिस जवान तैनात रहेंगे। इससे पूर्व जनाक्रोश रैली में भी पुलिस ने ड्रोन व अन्य कैमरों से निगरानी की थी। पथराव करने वालों का पता लगाने में भी पुलिस को ड्रोन कैमरों की वीडियो फुटेज काम आयी थी। महापंचायत के लिए पहुंचे अतिरिक्त पुलिस बल में टिहरी में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक जेआर जोशी भी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। उनके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल में 4 सीओ, 9 इंस्पेक्टर, 5 सब-इंस्पेक्टर, 9 सहायक सब इंस्पेक्टर और दो कंपनी पीएसी को बुलाया गया है। इसके अलावा जनपद के मनेरी, हर्षिल, धरासू, बड़कोट, पुरोला व मोरी आदि थानों में तैनात अधिकारियों भी मुख्यालय में बुलाया गया है। सबसे ज्यादा अतिरिक्त पुलिस बल हरिद्वार से पहुंचा है।