उत्तराखंड: जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग पर आवाजाही कर रहे स्कूली बच्चे! जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध

उत्तराखंड के दुर्बिल गांव में सड़क निर्माण के दौरान पैदल क्षतिग्रस्त मार्ग पर आवाजाही में खतरा बना हुआ है। इस कारण गांव के छात्र-छात्राओं को स्कूल पहुंचने के लिए जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। वहीं ऊपर निर्माणाधीन सड़क से भी मलबा और बोल्डर आने का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों ने जल्द मार्ग दुरुस्त करने की मांग की है और मांग पूरी ना होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
यमुनोत्री धाम से लगे हनुमान चट्टी के निकट दुर्बिल गांव के लिए करीब 4.5 किमी सड़क निर्माणाधीन है। आधी अधूरी सड़क पर आवाजाही तो नहीं हो रही है, लेकिन इस मार्ग निर्माण से गांव के पैदल मार्ग पर आवागमन बेहद खतरनाक है। गांव के मोहन लाल, रमेश कुमार गुप्ता कहते हैं कि सड़क निर्माण कार्य से जगह-जगह मलबा गिरा होने के साथ ही चट्टानी मलबा,बोल्डर गिरने का भय बना हुआ रहता है। गांव से बच्चे कॉलेज आते-जाते हैं। जिससे अभिभावकों को बच्चों की चिंता सताती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कहीं बार मलबा बोल्डर की चपेट में आने से लोग बाल-बाल बचे हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीणों ने निर्माणाधीन सड़क को जल्द पूरा करने के साथ ही पैदल मार्ग को सुगम आवागमन लायक बनाया जाने की मांग की है। ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीणों को लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा। वहीं कार्यदायी संस्था के साइड इंचार्ज अनु चौहान ने बताया कि पैदल मार्ग पर आए मलबे को समय-समय पर हटाया जाता रहता है। फिर अगर मलबा आया हो तो उसे हटाया जाएगा।