ये तो नाइंसाफ़ी है! यहां कोरोना पॉजिटिव लोगो को कैद किया जा रहा है मेटल बॉक्सों में,ऐसे दमन से डर कर भाग रहे लोग

This is unfair! Here Corona positive people are being imprisoned in metal boxes, fearing such repression, people running away

यहाँ इंसान को इंसान नही बल्कि जानवरों से भी बदतर समझा जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव लोगो को मेटल बॉक्सों में कैद किया जा रहा है। ये जगह है चीन! जी हाँ वही चीन जहा से कोरोना वायरस  पूरी दुनिया मे फैला था। चीन में एक बार फिर हालात बिगड़ने लगे है। चीनी सरकार जीरो कोविड पॉलिसी के तहत चीनी नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। सोशल मीडिया में चीन की ऐसी ही कई वीडियो वायरल हो रही है जिनमे साफ साफ दिख रहा है कि वहाँ कोरोना पॉजिटिव लोगो के साथ किस तरह का सुलूक किया जा रहा है। 


सोशल मीडिया में चीन के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनसे पता चलता है कि सख्त पाबंदियों के नाम पर वहां नागरिकों के साथ किस तरह का व्यवहार हो रहा है। यह किसी बुरे सपने से कम नहीं है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को भी मेटल के इन बॉक्सों में रखा जा रहा है। कोविड संक्रमितों होने पर इन बॉक्सों में दो सप्ताह के लिए कैद कर दिया जाता है। इनमें लकड़ी के पलंग व टॉयलेट बनाए गए हैं।चीन में लॉकडाउन को लेकर भी सख्त नीति है। यदि किसी शहर में लॉकडाउन लग गया तो समझो मौत तय है। इसी डर के मारे कुछ लोग शहर छोड़कर भागते भी नजर आए।

ट्विटर पर सांगपियांग नाम के एक चीनी नागरिक ने चीन की सख्त कोविड नीति व उसके नाम पर नागरिकों के दमन के वीडियो साझा किए हैं।बीते दिनों एक गर्भवती महिलो का अस्पताल नहीं जाने दिया गया और इस कारण उसे गर्भपात हो गया। इसके बाद चीन में सख्त कोविड नियमों को लेकर बहस छिड़ गई है।

यदि किसी क्षेत्र में एक संक्रमित भी मिल जाए तो पूरे इलाके के लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है। उन्हें बसों में भर भरकर कैंपों में ले जाया जा रहा है। कहा गया है कि संक्रमित मिलने पर कई इलाकों के लोगों को आधी रात को कहा जाता है कि उन्हें घर छोड़ना होगा और क्वारंटीन कैंप में चलना होगा। चीन में संक्रमितों व उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की भी सख्त नीति है। इसके तहत हर व्यक्ति को 'ट्रैक एंड ट्रेस' एप्स अपने मोबाइल में रखना जरूरी है। इसके जरिए किसी व्यक्ति के संक्रमित होने पर उसके संपर्क में आए सारे लोगों का पता लगाकर उन्हें क्वारंटीन कैंपों में भेज दिया जाता है।