रुद्रपुर की सियासत में आई ‘गर्माहट’! कांग्रेस मेयर प्रत्याशी ने ‘कांग्रेसियों’ पर ही फोड़ा हार का ‘ठीकरा’, महानगर अध्यक्ष ने दिया खुला चैलेंज
रुद्रपुर। उत्तराखण्ड में अभी हाल ही में निकाय चुनाव सम्पन्न हुए हैं और जीते हुए प्रत्याशियों का शपथ ग्रहण समारोह होना बाकी है। इस बीच रुद्रपुर की सियासत गरमाती हुई नजर आ रही है। गौरतलब है कि प्रदेश के 11 नगर निगमों में से 10 में भाजपा प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना परचम लहराया। इस दौरान नगर निगमों में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला। बात ऊधम सिंह नगर जिले की करें तो यहां काशीपुर और रुद्रपुर सीट पर भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। हांलाकि चुनाव के बाद कई सीटों पर हार की समीक्षा की जा रही है, लेकिन रुद्रपुर में आज एक हैरान करने वाला वाकया हुआ। आज रुद्रपुर सीट से कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी रहे मोहन लाल खेड़ा ने प्रेस वार्ता कर अपनी हार पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के साथ ही अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों पर हार का ठीकरा फोड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल खेड़ा ने सीधे-सीधे कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पर हमला बोला और पैसे के लिए टिकटों का बंदरबांट करने का आरोप भी लगा डाला। खेड़ा यही नहीं रूके, उन्होंने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस पार्टी में कुर्सी घेरे पदाधिकारियों ने उन्हें हराने का काम किया है। हांलाकि इस दौरान मेयर प्रत्याशी खेड़ा ने जनता का आभार जताया, लेकिन उनके चेहरे पर हार का दर्द साफ झलकता दिखा और इसके लिए उन्होंने भीतरघात और कांग्रेसियों पर आरोप लगाए।
इधर मेयर प्रत्याशी मोहन लाल खेड़ा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने उन्हें खुला चैलेंज दे दिया। आवाज इंडिया से बात करते हुए सीपी शर्मा ने कहा कि जो आरोप आज मोहन लाल खेड़ा ने उनपर लगाए हैं अगर वह उन्हें सिद्ध कर देते हैं तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। यही नहीं उन्होंने मोहन लाल खेड़ा पर ही कई सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार मोहन लाल खेड़ा ने उनपर आरोप लगाए, इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है। सीपी शर्मा यहीं पर नहीं रूके, उन्होंने मोहन लाख खेड़ा पर पैसे का घमंड दिखाने की बात भी कह डाली और बोले कि उन्होंने भी बहुत पैसा देखा है।
कुल मिलाकर रुद्रपुर में एक बार फिर सियासी माहौल गरमाया हुआ है और कांग्रेस के भीतर गुटबाजी फिर से खुलकर सामने आई है। हैरानी की बात तो ये है कि इस बार की सियासत पैसे के रौब तक पहुंच गयी है, ऐसे में कांग्रेस हाईकमान का क्या एक्शन रहता है ये देखना दिलचस्प होगा।