गणतंत्र दिवसः दुनिया ने देखी भारत की ताकत! आसमान में गरजे राफेल और अपाचे, कर्तव्य पथ पर दिखा इंडियन आर्मी का पराक्रम

नई दिल्ली। 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति का अनूठा प्रदर्शन देखने को मिला। इस दौरान मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो के अलावा 10,000 विशेष अतिथि मौजूद रहे। इनमें विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले और सरकार की योजनाओं का बेहतरीन इस्तेमाल करने वाले लोग शामिल हैं। परेड सुबह 10ः30 बजे शुरू हुई और करीब 90 मिनट तक जारी रही। समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने से हुई। इस साल परेड में 16 राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों व केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां शामिल हुईं। समारोह का समापन राष्ट्रगान और संविधान के अधिनियमन के 75 साल पूरे होने को इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं में दर्शाने वाले आधिकारिक लोगो वाले बैनर वाले गुब्बारे छोड़ने के साथ हुआ।
इस मौके पर राफेल, एसयू-30, जगुआर, सी-130, सी-295, सी-17, एडब्लूएसीएस, डोर्नियर-228 और एएन-32 विमान के साथ साथ ही अपाचे और एमआई-17 हेलीकॉप्टर आसमान में गरजे। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों में सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया गया। गणतंत्र दिवस परेड में 16 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां प्रदर्शित की गईं। झांकियों का मुख्य विषय ‘स्वर्णिम भारत- विरासत और विकास’ है।
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ पर हुए इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ पहुंचीं और तिरंगा फहराया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो का कर्तव्य पथ पर स्वागत किया।