अफसर ने जीता दिलः पोटली में पराठे बांध डीएम दरबार पहुंचा था फरियादी! नजर पड़ते ही साहब बोले- पराठा खिलाएंगे तो ही काम करेंगे..., IAS की दरियादिली देख भर आईं पीड़ित की आंखें
औरेया। यूपी के औरेया जिले के डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी इन दिनों खासे सुर्खियों में हैं और हर कोई उनके सौम्य स्वभाव की सराहना कर रहा है। इस बीच उनकी एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वह फरियाद लेकर आए मजदूर के पराठे खाते नजर आ रहे हैं। खबरों की मानें तो जिलाधिकारी के दरबार में फरियादी एक पोटली में बांधकर कुछ पराठे लाया था। ऑफिस में जनसुनवाई के लिए बैठे डीएम की नजर जब मजदूर की पोटली पर पड़ी तो उन्होंने पूछा कि इसमें क्या है? मजदूर ने कहा कि साहब, पराठा लाया था घर से। ये सुनते ही डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी ने मजदूर से पराठे खाने की इच्छा जता दी, लेकिन जब मजदूर ने कहा कि आप कहां ये पराठा खाएंगे? तो डीएम फौरन उससे पराठे का टुकड़ा लेकर खाने लगे। ये देखकर मजदूर भावुक हो गया।
वहीं ऑफिस में मौजूद अफसर ये नजारा देखते रह गए। दरअसल बीते दिनों औरैया जिले की बिधूना तहसील के गांव से एक अधेड़ उम्र का शख्स जिला अधिकारी के पास जमीनी मामले की फ़रियाद लेकर पहुंचा था। तभी डीएम ने पूछा कि नाश्ता-पानी किया की नहीं? इसपर फरियादी ने कहा कि साहब रुपये नहीं थे। इसलिए घर से ही पराठे बनवाकर लाया हूं। पराठे की बात सुनकर जिलाधिकारी ने सवाल किया! हमें भी अपने पराठे खिलाओगे? डीएम के इस सवाल पर फरियादी संकोच करते हुए बोला कि मैं तो छोटा आदमी हूं। आप कहां मेरे पराठे खाएंगे। इसपर डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी ने तपाक से कहा कि पराठा खिलाओगे तो ही हम आपका काम करेंगे। यह सुनने के बाद फरियादी ने घर से लाए हुए पराठों को डीएम को दे दिया।
डीएम ने भी पराठे का टुकड़ा लेकर खाना शुरू कर दिया। पराठा खाने के बाद डीएम ने फरियादी की समस्या का समाधान करने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया। वहीं फरियादी अपनी समस्या के समाधान से ज्यादा इस बात से खुश था कि डीएम साहब ने उसके घर का पराठा खाया। उधर इस घटना के बाद जिला प्रशासन की टीम फरियादी के घर पहुंची। पता चला कि फरियादी का बड़ा भाई जो पैरालाइज है उसके इलाज के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए वह इलाज के पैसों के लिए अपने हिस्से की जमीन को बेचना चाहता है। इसको लेकर तीन भाइयों में विवाद है। फिलहाल तीनों को आपस में बैठाकर बात कराई गई। भाई के इलाज के लिए सरकारी मदद दिलाने की बात कही गई।