नितिन नबीनः बीजेपी के सबसे युवा कार्यकारी अध्यक्ष! युवा मोर्चा से राष्ट्रीय नेतृत्व तक का सफर, जानें क्या है राजनीतिक विरासत और वैचारिक पृष्ठभूमि?
नई दिल्ली। भाजपा ने संगठनात्मक स्तर पर बड़ा और रणनीतिक फैसला लेते हुए बिहार सरकार के मंत्री और बांकीपुर से पांच बार के विधायक नितिन नवीन को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने उनकी संगठन क्षमता, चुनावी रणनीति, प्रशासनिक अनुभव और जमीनी पकड़ को ध्यान में रखते हुए यह जिम्मेदारी सौंपी है। यह नियुक्ति केवल एक संगठनात्मक बदलाव नहीं, बल्कि आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करने वाला कदम माना जा रहा है। बता दें कि नितिन नवीन को बीजेपी में एक ऐसे नेता के तौर पर देखा जाता है, जिन्होंने संगठन के हर स्तर पर काम किया है। युवा मोर्चा से लेकर राज्य सरकार और अब राष्ट्रीय संगठन तक उनका सफर पार्टी के भीतर भरोसे का प्रतीक माना जाता है। पार्टी के अंदर उन्हें एक डिसिप्लिन्ड ऑर्गनाइज़र, स्ट्रॉन्ग स्ट्रैटेजिस्ट और ग्राउंड कनेक्ट लीडर के रूप में जाना जाता है। यही वजह है कि जब पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को और धार देने की जरूरत महसूस हुई, तो नेतृत्व की नजर नितिन नवीन पर जाकर ठहरी।
बीजेपी ने नितिन नवीन को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाकर एक अहम जिम्मेदारी सौंपी थी। वहां उन्होंने बूथ लेवल मैनेजमेंट, संगठन विस्तार और चुनावी तालमेल पर खास फोकस किया। परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ में पार्टी को बड़ी और निर्णायक जीत मिली। इस जीत के बाद यह साफ हो गया कि नितिन नवीन केवल बिहार तक सीमित नेता नहीं हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय स्तर पर संगठन खड़ा करने की क्षमता रखते हैं। वहीं पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट नितिन नवीन की राजनीतिक पहचान का केंद्र रही है। वे 2006, 2010, 2015, 2020 और 2025 में लगातार जीत दर्ज कर चुके हैं। खास बात यह है कि हर चुनाव में उनका वोट मार्जिन और जनाधार मजबूत होता गया। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक शहरी सीट होने के बावजूद बांकीपुर में लगातार जीत यह दर्शाती है कि नितिन नवीन विकास, संगठन और व्यक्तिगत संपर्क के जरिए मतदाताओं का भरोसा बनाए रखने में सफल रहे हैं।
बता दें कि नितिन नवीन के पिता नबिन किशोर प्रसाद सिन्हा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पटना वेस्ट से तीन बार विधायक रहे। उन्होंने इस क्षेत्र को बीजेपी का मजबूत गढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2006 में पिता के निधन के बाद नितिन नवीन ने उपचुनाव जीतकर न सिर्फ राजनीतिक विरासत संभाली, बल्कि उसे आधुनिक संगठनात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाया। नितिन नवीन ने अपनी राजनीति की शुरुआत भारतीय जनता युवा मोर्चा से की। राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्होंने युवाओं को संगठन से जोड़ने का काम किया। यही अनुभव आगे चलकर उन्हें राज्य प्रभारी और अब कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद तक ले आया।