नैनीताल:कुमाऊं यूनिवर्सिटी की 'नोबेल' उपलब्धि!नोबेल पुरस्कार विजेता सर्गेयेविच नोवोसेलोव और कुविवि के प्रो. साहू के संयुक्त नाम से प्रकाशित होगा शोध पत्र,कुविवि में आयेंगे सर्गेयेविच नोवोसेलोव
कुमाऊं यूनिवर्सिटी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है। सिंगापुर के 2010 के नोबेल पुरस्कार विजेता कोंस्टेंटिन सर्गेयेविच नोवोसेलोव व कुमाऊं यूनिवर्सिटी के रसायन शास्त्री वैज्ञानिक प्रो नंदा नंदा गोपाल साहू के संयुक्त नाम से शोध पत्र प्रकाशित होने जा रहा है।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति दीवान सिंह रावत ने बताया कि दोनों के संयुक्त शोध पत्र न केवल यूनिवर्सिटी के लिए गौरव का विषय है,बल्कि संपूर्ण देश के लिए भी गर्व की बात है।

आपको बता दें कि कोंस्टेंटिन सर्गेयेविच नोवोसेलोव सिंगापुर से जुड़े 2010 के नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। वे भौतिकी में नोबेल (ग्राफीन पर शोध के लिए आंद्रे गीम के साथ साझा) जीतने वाले पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने 2019 में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) जॉइन किया। उनका जन्म रूस में हुआ था, लेकिन वे ब्रिटिश नागरिक हैं और सिंगापुर में प्रोफेसर हैं। वही कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रो. नंदा गोपाल साहू ने अपशिष्ट प्लास्टिक से ग्राफीन बनाने की तकनीक विकसित की है, जिसके लिए भारत सरकार ने उन्हें पेटेंट भी प्रदान किया है। उनकी टीम ने इस ग्राफीन का उपयोग एंटी-वायरल पेंट बनाने में किया है। यह तकनीक अपशिष्ट प्लास्टिक की समस्या को कम करने और उसे उपयोगी सामग्री में बदलने में महत्वपूर्ण है। हाल ही में प्रो साहू का फैलो ऑफ नेशनल अकादमी ऑफ साइंसेज , नासी फैलो बनने पर कुमाऊं यूनिवर्सिटी ने उन्हें सम्मानित भी किया था।