नैनीताल:रसायन विज्ञान को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने वाले कुविवि के कुलपति प्रो दीवान सिंह रावत को मिला आचार्य पीसी राय मेमोरियल लेक्चर अवार्ड!

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत को इंडियन केमिकल सोसाइटी ने वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित आचार्य पीसी राय मेमोरियल लेक्चर अवॉर्ड से सम्मानित किया है। यह सम्मान उन भारतीय रसायन वैज्ञानिकों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने शोध, शिक्षण और नवाचारों से रसायन विज्ञान को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया हो। प्रो. रावत ने जैव-कार्बनिक रसायन और औषधि अनुसंधान के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
उनके शोध कार्य, विशेष रूप से पार्किंसंस रोग पर, ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। प्रो. रावत ने हाल ही में एक अनूठा अणु विकसित किया है, जो पार्किंसंस रोग के उपचार में कारगर हो सकता है। यह रोग ऐसा है, जिसके लिए अभी तक कोई प्रभावी दवा उपलब्ध नहीं है। यह अणु वर्तमान में फेज-2 मानव क्लीनिकल ट्रायल के दौर से गुजर रहा है। इसके अलावा, उनके दो अन्य अणु ऑटोइम्यून रोगों और डिमेंशिया के इलाज के लिए प्री-क्लीनिकल चरण में हैं। उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि यह पहला मौका है जब किसी भारतीय शैक्षणिक संस्थान से विकसित अणु को यूएसएफडीए की मंजूरी मिली है। यह भारतीय शैक्षणिक अनुसंधान के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
प्रो. रावत ने कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित किए हैं और असंख्य युवा वैज्ञानिकों को प्रेरित व मार्गदर्शन किया है। इस पुरस्कार का उनके लिए विशेष महत्व है, क्योंकि उनके पीएचडी गुरु डॉ. डीएस भाकुनी को भी 2010 में यही सम्मान प्राप्त हुआ था।
बता दें कि आचार्य पीसी राय अवॉर्ड की गौरवशाली परंपरा में भारत रत्न प्रो. सीएनआर राव,पद्मश्री प्रो. गोवर्धन मेहता, पद्मश्री प्रो. वीके सिंह, पद्म भूषण प्रो. असीमा चट्टर्जी, पद्म भूषण प्रो. सुखदेव, , पद्मश्री प्रो. वीए चौहान, पद्मश्री प्रो. नित्यानंद, पद्मश्री प्रो. जीडी यादव और पद्म भूषण प्रो. एवी रामाराव जैसे महान वैज्ञानिक शामिल हैं।